नागौर. जिले के 9 निकायों में पार्षद पद के लिए 28 जनवरी को हुए चुनाव के परिणाम रविवार को जारी हो गए है. नागौर जिला मुख्यालय के नगर परिषद के चुनाव परिणाम पर सबकी नजरें थी. मतगणना के बाद सभी के कयास पलट गए है और नागौर में किसी भी पार्टी को स्पष्ट बहुमत नहीं मिल सका है. हालांकि नागौर में 27 सीट लेकर कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी के रूप में सामने आई है. जबकि भाजपा के जिलाध्यक्ष और विधायक मोहन राम चौधरी के बोर्ड बनाने के दावे के बावजूद महज 12 सीटें ही मिल सकी हैं.
सबको हैरान कर देने वाले परिणाम निर्दलीयों ने दिए है और 21 वार्ड में निर्दलीय जीते हैं. निर्दलीय उम्मीदवार में ज्यादातर और कांग्रेस और भाजपा के बागी है जिन्हें टिकट नहीं मिलने के कारण मैदान मे उतरें थें. निकाय चुनाव में भाजपा को बड़ा नुकसान हुआ है.
नागौर जिलें की मूण्डवा नगर पालिका के परिणाम की बात करें तो भाजपा को 25 में से 2 सीट और कुचेरा में 25 में से एक भी सीट नहीं मिली. कुचेरा में भाजपा के अधिकांश और आरएलपी के कई उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गई और RLP से विधायक इन्द्रा बावरी के गढ़ मेड़ता सिटी में 40 वार्डों में कांग्रेस को 17 और भाजपा को 15 सीटें मिली हैं, जबकि 8 वार्डों में निर्दलीयों ने कब्जा जमाया है. डेगाना के 25 वार्ड में से 14 पर जीतकर कांग्रेस ने स्पष्ट बहुमत प्राप्त कर लिया है, जबकि भाजपा को यहां 8 सीटें मिली है और तीन पर निर्दलीय जीते हैं. सरकार में उप मुख्य सचेतक महेन्द्र चौधरी के नावां नगर पालिका में 25 वार्ड में से भाजपा को 13 सीटों पर जीत मिली है, जबकि कांग्रेस को 10 और 2 वार्डों में निर्दलीय जीते हैं.