कोटा. विश्व हिंदू परिषद के कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार शुक्रवार को कोटा दौरे पर हैं. यहां वे अलग-अलग बैठकों में भाग ले रहे हैं. मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने प्रदेश में रामनवमी के जुलूस के पहले रोक लगाए जाने पर आपत्ति (Alok Kumar objected to CM Gehlot statement) जताई. उन्होंने कहा कि शोभायात्राएं आगे भी धूमधाम से और बाजे-गाजे के साथ निकाली जाएंगी. प्रभु का जन्म दिवस समाज पूरे आनंद के साथ हमेशा सड़कों पर उतरकर मनाएगा. यह आयोजन कराना सरकार की जिम्मेदारी है. सुरक्षा व्यवस्था के व्यापक इंतजाम करना सरकार की जिम्मेदारी है. सरकार ऐसा करती है तो अच्छा है, लेकिन यदि उसकी मंशा इसमें बाधा डालने की होगी तो दंड भुगतना होगा.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की ओर से दिए गए बयान (Cm gehlot disputed statement on karauli violence) कि भड़काऊ नारे लगाने के बाद करौली में हिंसा भड़की, इस पर आलोक कुमार ने आपत्ति जताई है. उनका कहना है कि यह पूरी तरह से बेबुनियाद और गलत तथ्य है. इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि कोई नारे लगा रहा है तो भी इसका यह मतलब नहीं कि जुलूस पर पत्थर मारे जाएं. उन्होंने कहा कि किसी समुदाय पर सड़क पर उतरकर पत्थरबाजी करने और दुकानों में आग लगाने को राज्य सरकार स्वीकृति दे रही है. यह पत्थर मारने और हमला करने वालों का समर्थन है.