कोटा.शिक्षा नगरी कोटा को मिनी इंडिया कहा जाता है. यहां देशभर से मेडिकल और इंजीनियरिंग के एंट्रेंस की तैयारी करने के लिए लाखों की संख्या में बच्चे आते हैं. इनमें उत्तर प्रदेश के भी बड़ी संख्या में बच्चे होते हैं. यूपी के करीब 20 हजार बच्चे कोटा में पढ़ने आते हैं. कोविड-19 की स्थिति के चलते करीब 10 हजार बच्चे यहां पर अभी भी मौजूद हैं. जिनमें से अधिकांश मतदान करने उत्तर प्रदेश जाएंगे. यूपी में कैसी सरकार ये लोग देखना चाहते हैं. किन मुद्दों को लेकर यह वोट करेंगे. इस पर ईटीवी भारत से बच्चों से बातचीत की. इसमें सबसे बड़ा मुद्दा बेरोजगारी का सामने आया है.
इन बच्चों का कहना है कि बेरोजगारी की काफी समस्या है. दूसरा मुद्दा शिक्षा है, जो इन बच्चों के लिए सबसे ज्यादा मायने रखती है. इन बच्चों ने शिक्षा को लेकर ही सबसे ज्यादा सवाल उठाए हैं. इनका कहना है कि उत्तर प्रदेश में अच्छे स्कूल और शिक्षण संस्थान स्थापित हों, जिनकी टॉप रैंकिंग हो. कुछ बच्चों ने चिकित्सा सुविधाएं सुधारने पर भी अपनी राय दी है. इसके अलावा कानून व्यवस्था, सड़कें, नए प्रोजेक्ट व इंफ्रास्ट्रक्चर को भी सुधारने की जरूरत बताई है. भ्रष्टाचार भी इन बच्चों की नजर में एक मुद्दा (UP election issues shared by students) है.
टॉप रैंकिंग वाले एजुकेशन इंस्टीट्यूट खोले जाएंःगोरखपुर निवासी आकाश मिश्रा का कहना है कि शिक्षा ही यूपी के चुनाव में सबसे बड़ा मुद्दा है. जब तक प्रदेश में गवर्नमेंट एजुकेशन इंस्टिट्यूट अच्छे नहीं होंगे, तब तक कॉमन मैन को अच्छी शिक्षा नहीं मिल सकती है. बीते कुछ सालों में शिक्षा के क्षेत्र में परिवर्तन भी हुआ है. कोविड-19 के चलते डेढ़ साल अपने घर उत्तर प्रदेश रहा हूं. एजुकेशन सिस्टम में रिफॉर्म हो रहा है. इसे बरकरार रखने और सुधार के प्रयास लगातार होने चाहिए. उत्तर प्रदेश में हाई क्वालिटी एजुकेशन इंस्टिट्यूट बने यह स्कूली स्तर पर ही नहीं कॉलेज से लेकर विश्वविद्यालय स्तर तक के हो. इनकी रैंकिंग भी टॉप लेवल की होनी चाहिए.
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हॉस्पिटलों की स्थिति में भी हो सुधारःमेरठ की रहने वाली प्राची का कहना है कि हॉस्पिटलों की स्थिति काफी खराब है. सरकारी अस्पतालों में अच्छा हाइजीन और मरीजों की पूरी केयर होनी चाहिए. अस्पतालों में स्टाफ की काफी कमी है, यह पद तुरंत भरे जाएं. लोगों को घर के नजदीक इलाज नहीं मिलता है. ऐसे में छोटे-छोटे स्वास्थ्य केंद्र भी खोले जाएं. महिलाओं के साथ छेड़छाड़ और गलत हरकतें भी बंद होनी चाहिए. अभी भी ऐसे मामले आते हैं उन पर रोक लगे. स्वास्थ्य, सुरक्षा और शिक्षा जैसे तीन महत्वपूर्ण कदम सरकार को उठाने चाहिए. लड़ाई दंगे का माहौल नहीं होना चाहिए.गोरखपुर के संजीव कुमार यादव का कहना है कि बाढ़ उनके लिए सबसे बड़ी समस्या है.
यूपी के ट्रांसपोर्ट सिस्टम में हो आमूलचूल परिवर्तनःबरेली निवासी रोमी का कहना है कि उत्तर प्रदेश में ट्रांसपोर्टेशन सिस्टम पूरी तरह से विकसित नहीं हुआ है. इस पूरे सिस्टम में सुधार की आवश्यकता है. अभी भी पर्याप्त ट्रेनें यूपी के लोगों को नहीं मिल पाती हैं. ट्रेनों में भीड़ जैसे हालात रहते हैं. कई जगहों पर तो आने जाने के लिए सप्ताह में केवल एक ही ट्रेन मिल रही है. एजुकेशन में बालिकाएं आगे आ रही हैं, लेकिन अब स्पोर्ट्स में भी उन्हें प्रोत्साहन मिलना चाहिए. सरकार को चाहिए कि बालिकाओं को मोटिवेट करें, ताकि वह आगे जाकर देश का नाम रोशन करें.