राजस्थान

rajasthan

ETV Bharat / city

कोटा: चालान के पैसे नहीं होने पर युवक से मारपीट करने वाले तीन पुलिसकर्मी निलंबित - Kota latest news

कोटा में चालान के पैसे नहीं होने पर युवक के साथ मारपीट करने और उसे शांतिभंग में गिरफ्तार करके पीटने के आरोप में तीन पुलिसवालों को सस्पेंड कर दिया गया है. इस पूरे मामले की जांच पुलिस उपाधीक्षक कल्पना सोलंकी कर रही हैं.

Kota latest news,  Police brutality
चालान के पैसे नहीं होने पर युवक से मारपीट करने वाले तीन पुलिसकर्मी निलंबित

By

Published : Sep 30, 2020, 1:42 AM IST

कोटा.शहर के अनंतपुरा थाना इलाके में हेलमेट नहीं होने पर चालान और पैसे नहीं होने पर एक युवक के साथ पुलिसकर्मियों द्वारा बदतमीजी करने का मामला सामने आया था. युवक ने पुलिसकर्मियों पर शांति भंग में गिरफ्तार करने और रात भर डंडे से पिटाई करने का भी आरोप लगाया था. जब इस मामले की शिकायत आईजी रविदत्त गौड़ और शहर एसपी गौरव यादव तक पहुंची तो आरोपी 3 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है.

मामले की जांच पुलिस उपाधीक्षक कल्पना सोलंकी कर रही हैं

आरोपी पुलिसकर्मियों पर मारपीट का मुकदमा भी दर्ज किया गया है. इस पूरे प्रकरण की जांच शहर एसपी गौरव यादव ने पुलिस उपाधीक्षक कल्पना सोलंकी को सौंपी है. बताया जा रहा है कि अनंतपुरा कोलीपाड़ा निवासी जाकिर हुसैन किसी काम से जा रहा था. तभी हेलमेट नहीं होने पर उसे पुलिसवालों ने रोका, लेकिन उसके पास चालान के पैसे नहीं होने पर पुलिसकर्मियों ने उसे शांतिभंग में गिरफ्तार कर लिया.

पढ़ें:जयपुर से 1 साल से लापता बच्चे को दिल्ली पुलिस ने परिजनों से मिलवाया

पीड़ित ने आरोप लगाया कि पुलिसकर्मियों ने रात भर उसे थाने में डंडे से पीटा. उसके शरीर पर कई चोटें आई हैं. इस दौरान उसका मोबाइल भी टूट गया. जाकिर हुसैन के परिजन और कांग्रेस के नेता इस मामले को लेकर पुलिस के आलाधिकारियों के पास पहुंचे थे. जिसके बाद संज्ञान लेते हुए तीनों पुलिसकर्मियों, जिनमें हेड कांस्टेबल रामहेत, कांस्टेबल वेदप्रकाश और जीतू को निलंबित कर दिया गया है.

पीड़ित का पुलिस ने मेडिकल भी करवाया है. जिसमें युवक के साथ मारपीट की पुष्टि हुई है. शहर एसपी गौरव यादव का कहना है कि पीड़ित युवक जाकिर हुसैन उनसे मिला था. जिसके बाद उन्होंने जांच करवाई. जिसमें प्रथम दृष्टया पुलिस कार्मिकों की गलती सामने आई है. ऐसे में उन पर कार्रवाई की गई है. जिस तरह की घटना पुलिस कार्मिकों ने की है वह सहने योग्य नहीं है.

ABOUT THE AUTHOR

...view details