कोटा. शहर के बोरखेड़ा थाना इलाके में इंटरनेट कॉल कर व्यापारी संजय चावला का कन्हैयालाल जैसा हाल करने की धमकी दी गई थी. इस मामले में 22 दिन बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इन आरोपियों ने मजाक में स्कूपिंग एप के जरिए व्यापारी को दो बार धमकी भरे कॉल (internet threat call to kota shopkeeper) किए थे. बड़ी बात ये है कि इसमें धमकाने वाले लोगों में शॉपिंग सेंटर के व्यापारी संजय चावला का पड़ोसी दुकानदार और उनकी दुकान पर काम करने वाला एक कर्मचारी (Three arrested for threatening to kill kota shopkeeper) शामिल है.
इस मामले में पुलिस ने कई देशों और इंटरपोल से संपर्क साध कर जानकारी मंगवाई. उसके बाद इंटरनेट कॉल के जरिए दी गई धमकी के मामले का खुलासा हुआ जिसमें आरोपी भी संजय चावला का नौकर और उसका पड़ोसी दुकानदार है. इस मामले का खुलासा करते हुए कोटा रेंज आईजी प्रसन्न खमेसरा ने बताया कि स्वीडन, ओमान, जार्जिया और यूएसए से साइबर सेल की टीम ने लोकेशन मंगवाई. इसमें साइबर सेल की टीम को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी.
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एसपी केसर सिंह शेखावत ने बताया कि व्यापारी सुरेश चावला में कॉल को लेकर काफी दिनों तक भय व्याप्त रहा. उदयपुर में कन्हैयालाल की घटना की तरह ही व्यापारी को धमकी दी गई थी. ऐसे में अन्य व्यापारी भी सहमे हुए थे. ऐसे में शहर का सांप्रदायिक माहौल भी बिगड़ सकता था. इसे देखते हुए पुलिस ने बोरखेड़ा निवासी व्यापारी सुरेश चावला को घर और दुकान पर 16 जुलाई से 7 अगस्त तक सिक्योरिटी गार्ड उपलब्ध करवाए थे. प्रतिदिन करीब 7 हजार रुपए से ज्यादा एक गार्ड का खर्चा आता है. ऐसे में दो गार्डों के अनुसार प्रतिदिन से पैसे का आकलन करने पर तीन लाख 38 हजार रुपए आता है. इसके अनुसार ही इन आरोपियों से वसूली की जाएगी.ऐसा कोटा में पहली बार ही होगा. हालांकि यह बात आरोपी पहले ही पुलिस या व्यापारी को जाकर बता देता तो पुलिस महकमे और व्यापारियों को इतना परेशान न होना पड़ता है.
बोरखेड़ा थानाधिकारी वासुदेव सिंह का कहना है कि मुख्य अभियुक्त गुलाब बाड़ी निवासी हितेश माखिजा (29) है. इसके अलावा विज्ञान नगर इलाके के अशोक पार्क के पास रहने वाला प्रशांत कुकरेजा (18) और गणेश तालाब दादाबाड़ी निवासी दीपक सोनेजा (21) भी शामिल है. इस मामले में हितेश माखिजा के ही आईफोन से आरोपियों ने यह कॉल किए गए थे. इनका उद्देश्य केवल 55 वर्षीय व्यापारी सुरेश चावला को परेशान करना ही था. जबकि सुरेश चावला के यहां काम करने वाला दीपक सोनेजा भी इस वारदात में शामिल रहा.