कोटा. नगर निगम में वर्तमान भाजपा के बोर्ड का 25 नवंबर को कार्यकाल खत्म हो रहा है. कार्यकाल के खत्म होने के 2 दिन पहले शनिवार को निगम के महापौर महेश विजय ने पत्रकार वार्ता कर भाजपा बोर्ड के कार्यकाल की कई उपलब्धियां गिनाई. उन्होंने दावा किया कि नगर निगम का भाजपा बोर्ड अपने मकसद में बहुत सफल रहा है.
महापौर ने कहा कि उनके 85 फीसदी सफलता बोर्ड ने अर्जित की है, बाकी 15 फीसदी कार्य अधिकारियों का पूरी तरह से सहयोग नहीं मिलने के कारण वे अभी पाइपलाइन में हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि अगर उनकी हर रिकमेंडेशन लागू किया होता, तो वे कोटा शहर को स्वर्ग बना देते. उन्होंने कहा कि मेयर केवल मुखौटा बनकर रह गया है. सारा काम अधिकारी के हाथ में चला गया.
प्रेस वार्ता में उनके साथ उपमहापौर सुनीता व्यास, पार्षद भगवान स्वरूप गौतम व नरेंद्र सिंह हाडा भी मौजूद रहे. दो दिन बाद कार्यकाल को खत्म होने पर महापौर ने निगम में आज सभी पक्ष और विपक्ष के पार्षदों को बुलाया और कार्यकाल के खट्टे मीठे अनुभवों को साझा किया.
फोटो खिंचवाने के शौकीन लोगों ने आरोप लगाए
महापौर महेश विजय ने दावा किया कि उनके कार्यकाल में बोर्ड के किसी जनप्रतिनिधि और अधिकारी पर घोटाले के आरोप नहीं लगे. पत्रकारों के मिट्टी घोटाले को उन्होंने राजनीति की देन बताया. साथ ही फोटो खिंचवाने के शौकीन लोगों ने महापौर पर मिट्टी घोटाले का आरोप लगाया.
नगर निगम में फाइल निस्तारण की समय सीमा तय हो
महापौर ने पत्रकार वार्ता के जरिए यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल से आग्रह किया कि जनहित की फाइलों के निस्तारण की समय सीमा तय हो, ताकि लोग बेवजह चक्कर ना काटे. मंत्री इस काम की खुद मॉनिटरिंग करें और फाइलों के निस्तारण के लिए अधिकारियों को निर्देशित करें. महापौर महेश विजय ने यह भी कहा कि अधिकारी हर रिकमेंड को मानते तो वह शहर को स्वर्ग बना देते.
आयुक्त नहीं करते पालना