कोटा.जॉइंट एंट्रेंस एग्जाम के बाद एक बार फिर नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस एग्जाम में भी कोटा सिरमौर बनकर सामने आया है. वहीं इस बार कोटा ने अनूठा रिकॉर्ड भी बना लिया है. जिसकी बराबरी तो की जा सकती है, लेकिन उसे तोड़ा नहीं जा सकता है. कोटा से स्टडी कर रहे उड़ीसा के शोएब आफताब 720 अंक लेकर आए हैं, जो कि पूरे में से पूरे अंक हैं. आफताब कोटा में रहकर ही ढाई साल से स्टडी कर रहे थे. इसके अलावा बड़ी संख्या में कोटा में से 700 से ज्यादा अंक लेने वाले छात्र भी शामिल रहे.
कोटा में पढ़ाई कर रहा छात्र लाया 720 में 720 अंक ईटीवी भारत ने 21वी रैंक लाने वाले कार्तिकेय से भी बात की जो कि 707 अंक लेकर आए हैं. उनका कहना है कि कोटा में पढ़ाई का अलग ही माहौल है. यहां पर हेल्दी कंपटीशन हमें मिलता है. साथ ही कोविड-19 से बचाव के लिए लगाए गए लॉकडाउन और एग्जाम के लगातार पोस्टपोनड होने से उन्हें फ्रस्ट्रेशन हो रहा था, वे डिप्रेशन में भी चले गए थे. लेकिन उन्होंने कंटिन्यू पढ़ाई को जारी रखा. साथ ही कोचिंग की फैकल्टी और स्टडी मटेरियल ने उनको काफी सपोर्ट किया.
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कोटा के कोचिंग संस्थान की फैकल्टी विनोद कुमावत का कहना है कि पहली बार मेडिकल प्रवेश परीक्षा के इतिहास में पूरे में से पूरे अंक लाने वाला छात्र शोएब आफताब बना है. लॉकडाउन के बाद भी लगातार के ऑनलाइन होने वाले सभी टेस्ट को देते रहे. साथ ही डिजिटल क्लासरूम से लगातार जुड़े रहे. इससे इनको काफी कुछ फायदा मिला है. वहीं रिवीजन भी यह ऑनलाइन करते रहे और अपनी जितनी भी क्वेरी थी, उनको फैकल्टी तक ऑनलाइन ही पहुंचा, उनका सॉल्यूशन लेते रहे.
इसकी मदद से ही इनको अच्छे अंक मिले हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि कोटा से बड़ी संख्या में छात्र 700 से ज्यादा अंक लेकर आए हैं, जो कि टॉपर्स में शामिल रहे हैं. उन्होंने टॉपर्स कितने कोटा से आए हैं. इस पर कहा कि कई स्टूडेंट्स कोटा से टॉपर रहे हैं. इनमें से दिल्ली एम्स की जो आधी सीटें हैं, उन्हें कोटा से प्रवेश परीक्षा की तैयारी करने वाले छात्र ही प्रवेश लेंगे.