राजस्थान

rajasthan

By

Published : Feb 15, 2022, 11:10 PM IST

ETV Bharat / city

Russia Ukraine Conflict : यूक्रेन में MBBS करने गए कोटा संभाग सैकड़ों छात्र फंसे, फ्लाइट का किराया भी हुआ 3 गुना...भारत सरकार से लगाई मदद की गुहार

रूस और यूक्रेन के बीच बनी तनाव की स्थिति (State of war between Russia and Ukraine) बनी हुई है. इसे देखते हुए कोटा संभाग से यूक्रेन में एमबीबीएस की पढ़ाई करने गए विद्यार्थी परेशान हो गए हैं. उन्होंने भारत सरकार से मदद की गुहार लगाई है.

Kota mbbs Students stuck in Ukraine
यूक्रेन में एमबीबीएस करने गए सैकड़ों छात्र फंसे

कोटा. रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध की स्थिति (State of war between Russia and Ukraine) बनी हुई है. रूस की सेना बॉर्डर के साथ-साथ नेवी और एयरफोर्स भी हमले की तैयारी कर रही है. इस बीच कोटा संभाग से (Kota mbbs Students stuck in Ukraine) यूक्रेन में एमबीबीएस करने गए सैकड़ों छात्र परेशान हो गए हैं. छात्रों ने सरकार से गुहार (request for help from government) लगाई है कि उन्हें वहां से बाहर निकाला जाए.

इन विद्यार्थियों का कहना है कि फ्लाइट का किराया भी 3 गुना बढ़ गया है. अधिकांश फ्लाइट रद्द भी हो रही है. इसके चलते वे वापस भारत नहीं लौट पा रहे हैं. यहां पर उनके परिजन भी काफी चिंतित हैं. बार-बार उन्हें फोन कर वहां के हालात की जानकारी ले रहे हैं. शहर के छावनी इलाके में रहने वाले रोनक यूक्रेन के उजारॉड से एमबीबीएस कर रहे हैं. बीते 5 सालों से वे यूक्रेन में ही हैं.

हालांकि, कोविड-19 की सिचुएशन में जब उनकी क्लासेज ऑनलाइन हो गई थी, तब वह भारत आ गए थे और सितंबर 2021 में ही यूक्रेन वापस गए हैं. यूक्रेन से 6 साल में एमबीबीएस होती है. ऐसे में वे पांचवें साल के दूसरे सेमेस्टर में पढ़ रहे हैं, लेकिन उनकी क्लासेज ऑनलाइन ही संचालित की जा रही है. वे सुरक्षा की दृष्टि से वापस लौटना चाहते हैं.

यह भी पढ़ें- Ukraine Crisis: भारत ने UNSC में तनाव को तत्काल कम करने का किया आह्वान

रोनक का कहना है कि जिस तरह से रूस और यूक्रेन के बीच में तनाव चल रहा है. उससे उन्हें एंजायटी की प्रॉब्लम होने लगी है. उनकी यूनिवर्सिटी में ही भारत के करीब 800 स्टूडेंट्स एमबीबीएस कर रहे हैं. सभी इसी तरह से परेशान हैं. सभी को अभी कोई ऑप्शन नजर नहीं आ रहा है. उनके लिए खुद की सिक्योरिटी पहले है, लेकिन वापस आने का कोई साधन नजर नहीं आ रहा है. रोनक का कहना है कि उनके पिता महेंद्र चिंतित हैं और फोन पर उनकी जानकारी भी ले रहे हैं.

यह भी पढ़ें- रूस-यूक्रेन तनाव घटने के संकेत, इसके बावजूद अमेरिका ने दी चेतावनी

यूक्रेन की बात की जाए तो कोटा संभाग के करीब 250 से ज्यादा बच्चे वहां पर मौजूद हैं. हर साल करीब 50 बच्चे यहां से जाते हैं. ऐसे में बीते 5 सालों में 250 के आसपास बच्चे वहां पर पढ़ाई कर रहे हैं. इनमें कोटा जिले के अलावा बारां, झालावाड़ और बूंदी के भी स्टूडेंट्स शामिल हैं.

ABOUT THE AUTHOR

...view details