कोटा.राजस्थान के कोटा से एक हैरान करने वाली खबर सामने आई है. यहां पढ़ाई कर रहे एक स्टूडेंट की लाश मथुरा में वृंदावन के नजदीक यमुना नदी में मिली है. जिसके बाद परिजनों ने वहां की पुलिस से संपर्क किया और परिजन मथुरा पहुंचे हैं. जहां पर शव लेकर उसका अंतिम संस्कार भी कर दिया, क्योंकि शव काफी गल चुका था.
युवक मूलतः बारां जिले के अंता तहसील के धतूरिया गांव निवासी मनीष नागर पुत्र हंसराज है. वह कोटा के महावीर नगर थर्ड में रहकर कॉमर्स कॉलेज से बीकॉम कर रहा था. उसके आज 23 अगस्त से ही फाइनल ईयर की परीक्षाएं शुरू होनी थी.
वह अपने रूममेट से वृंदावन जाने की क्या कर गया था. साथ ही कहा था कि 23 तारीख को वापस आकर साथ में ही परीक्षा देंगे. उसका रूममेट 18 अगस्त की रात को उसको रेलवे स्टेशन छोड़कर आया था. जिसके बाद वह 19 और 20 अगस्त को मथुरा और वृंदावन में ही रहा. इसके बाद 21 अगस्त को उसने अपने व्हाट्सएप पर एक स्टेटस अपडेट किया था, जिसमें लिखा था कि 'गोइंग टू डाई यमुना जी वृंदावन'.
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मृतक मनीष नागर के रिश्तेदार अंता के बालाखेड़ा निवासी मुकेश धाकड़ का कहना है कि मनीष ने 21 अगस्त को सुबह अपना स्टेटस अपडेट किया था और उसके 3 मिनट बाद ही उसका मोबाइल बंद हो गया. यह स्टेटस अपडेट होने के साथ ही हम लोग एक्टिव हो गए थे और उसकी तलाश में जुट गए थे. साथ ही 22 अगस्त को रक्षाबंधन होने के साथ भी हम लोग उसकी तलाश और परिचितों से पूछताछ में जुटे हुए थे.
बाद में मथुरा पुलिस का ही फोन आया कि इस तरह से उन्हें एक बॉडी मिली है. जिसकी जेब में जो मोबाइल मिला था. उसमें यह सिम थी. इसके बाद परिचित उसके शव को लेने के लिए मथुरा के लिए रवाना हो गए. जहां पर पुलिस ने शव परिचितों के सुपुर्द कर दिया.
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हालांकि, उसकी कंडीशन काफी खराब हो चुकी थी, पूरी तरह से पानी में गल चुका था. ऐसे में परिजनों ने वहां पर ही उसका अंतिम संस्कार कर दिया है. मृतक के परिजनों का कहना है कि वह इस तरह से पहले भी दो बार गायब हो गया था.
मनीष परिवार में इकलौता ही लड़का है. उसके बाद उसकी छोटी बहन भी है, जो कि उसके माता-पिता के साथ गांव में ही रहती है. मनीष को क्रिकेट खेलने का भी काफी शौक था, साथ ही 2 साल पहले भी वह कोटा से चला गया था, जो कि एक बार जयपुर और दूसरी बार औरंगाबाद महाराष्ट्र में मिला था. वह बिना बताए क्रिकेट खेलने के लिए कई बार चले जाया करता था.