कोटा. जिले से स्टूडेंट वापसी का क्रम यूपी सरकार ने 17 अप्रैल को शुरू किया था, जो आज 14 दिन बाद भी लगातार जारी है. कोटा से अब तक 15 स्टेट और यूनियन टेरिटरी के बच्चे अपने घरों को लौट चुके हैं. जिसमें महाराष्ट्र के बच्चे गुरुवार को अपने घरों को वापस लौटे हैं. इनके लिए महाराष्ट्र सरकार ने 71 बसों को भेजा था लेकिन 58 बसों में महज 1204 स्टूडेंट को बैठाकर अलग-अलग जोन के लिए रवाना किया गया है.
इन बसों में सवार हुए स्टूडेंट्स का कहना है कि वे कोटा में फंसे हुए थे. कुछ बच्चों ने कहा कि वह असहज यहां पर नहीं थे, लेकिन अब जब बस से आ गई है, तो हम अपने घरों को लौट जाएंगे तो ठीक रहेगा. हालांकि कुछ स्टूडेंट ने कोटा में फंसे होने की जानकारी देते हुए कहा कि मैस का खाना बंद हो गया था.
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साथ ही छोटी छोटी चीजों के लिए भी घर से बाहर निकलना पड़ रहा था. किसी भी क्षण हम संक्रमण की चपेट में आ सकते थे. क्योंकि हमारी सभी सुविधाएं हमें हॉस्टल की जगह बाहर मिल रही थी. अपने बच्चों के साथ महाराष्ट्र के अमरावती के लिए जाने वाली एक महिला ने कहा कि वह बीते 1 महीने से पास के लिए कलेक्ट्रेट के कई चक्कर लगा चुकी है, लेकिन उन्हें जाने की अनुमति नहीं मिली. साथ ही किराया भी काफी ज्यादा लग रहा था. ऐसे में अब सरकार ने बसे भेज दी है, तो राहत उन्हें मिलेगी.
6 जोन के अनुसार बांट कर भेजा