कोटा. प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री राजेन्द्र यादव आज कोटा दौरे पर आए (State Minister Rajendra Yadav in kota) हैं. मंत्री राजेन्द्र यादव ने यहां अहीर समाज के युवक-युवती परिचय सम्मेलन में शिरकत की. इस दौरान उन्होंने ईटीवी भारत से बातचीत की और शिक्षा से जुड़े प्रमुख मामलों पर बेबाकी से अपने विचार रखे. उन्होंने कहा कि कोचिंग सेंटर में बच्चों को क्लास में ठूंस-ठूंस कर प्रवेश जाता है. मेडिकल और इंजीनियरिंग की तैयारी करने वाले विद्यार्थियों से मनमर्जी फीस (arbitrariness of coaching centers) ली जा रही है. आर्थिक रूप से कमजोर विद्यार्थियों के लिए जगह ही नहीं बचती है.
इन पर कंट्रोल के लिए सीएम गहलोत के निर्देश पर रेगुलेटरी अथॉरिटी बनाई जा रही है. सभी डिपार्टमेंट इस पर काम करे हैं. इसके तहत हमारे निजी व सरकारी बीएड कॉलेज, यूनिवर्सिटीज और कोचिंग सेंटर इस अथॉरिटी के अधीन रहकर संचालित होंगे. इसके जरिए प्रॉपर मॉनिटरिंग कर क्वालिटी एजुकेशन स्टूडेंट्स को दी जाएगी. सभी यूनिवर्सिटी को एक छत के नीचे लेकर आने के साथ ही इनके सिलेबस को भी एकरूपता दी जाएगी. कोटा के जेडीबी गर्ल्स और राजकीय महाविद्यालय के विघटन पर उन्होंने कहा कि विधानसभा सत्र खत्म होने के बाद वह इस मामले को देखेंगे कि इन्हें एक किया जा सकता है या नहीं.
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अपग्रेड होगा सिलेबस, नए सब्जेक्ट जोड़ेंगे
देश के टॉप रैंकिंग में राजस्थान के कॉलेज और विश्वविद्यालय नहीं आने के सवाल पर यादव ने कहा कि कॉलेज और यूनिवर्सिटी में हम नवाचार कर रहे हैं. सिलेबस अपग्रेड करवाए जा रहे हैं. नए-नए सब्जेक्ट भी लाए जाएंगे. अभी एक हजार के करीब नए पद सृजित हुए हैं. इनमें 978 पदों पर परीक्षा भी हो चुकी है और जल्द ही सिलेक्शन होने वाला है. कॉलेज में शिक्षा संबल अभियान के तहत लगी फैकल्टी का कार्यकाल 31 मार्च को खत्म होने पर मंत्री ने कहा कि प्रदेश में नए कॉलेज बहुत ज्यादा खुले हैं. उनके लिए भी हमने तैयारी कर ली है. सब जगह योग्य स्टाफ की भर्ती की जाएगी. हायर एजुकेशन में क्वालिटी एजुकेशन शिक्षा संबल जरिए बढ़ा रहे हैं. इनका कार्यकाल भी बढ़ा देंगे. टीचर्स की कमी से बच्चों की पढ़ाई का नुकोटकसान नहीं होने देंगे.