कोटा. कोचिंग संस्थानों में पढ़ने वाले झारखंड के बच्चों की ट्रेन से उनके गृह राज्य में वापसी हो रही है. इसके लिए शुक्रवार देर रात एक विशेष ट्रेन कोटा से रवाना हुई है, इसमें 942 कोचिंग स्टूडेंट को उनके पैरंट्स के साथ सोशल डिस्टेंसिंग मेंटेन करते हुए बैठाया गया है. यह ट्रेन देर रात 10 बजे कोटा से रवाना हुई है. इस दौरान स्टेशन पर मौजूद सभी लोगों ने ट्रेन से निश्चित दूरी बनाते हुए क्लैपिंग की.
स्टेशन पर हर कोई व्यक्ति ताली बजाकर ट्रेन में बैठे हुए बच्चों का उत्साह बढ़ा रहा था, इनमें रेलवे स्टेशन पर मौजूद पुलिस, जीआरपी और आरपीएफ के जवान शामिल थे. यहां तक कि क्लैपिंग करने वालों में जिला कलेक्टर ओमप्रकाश कसेरा, शहर एसपी गौरव यादव और रेलवे कोटा मंडल के एडीआरएम विनीत पांडेय सहित कई अधिकारी शामिल रहे.
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वहीं ट्रेन में बैठे बच्चे भी ट्रेन से हाथ हिलाकर कोटा स्टेशन पर खड़े लोगों का अभिवादन कर रहे थे. साथ ही बच्चे हूटिंग कर खुशी जता रहे थे. ये बच्चे बार-बार आवाज देकर थैंक यू कोटा कह रहे थे. ट्रेन में बैठे हुए बच्चों ने कहा कि लगातार हमें वापस जाने के बारे में सूचनाएं तो मिल रही थी, लेकिन हमें विश्वास नहीं हो रहा था कि हम वापस जा पाएंगे, क्योंकि सरकार ने पहले मना कर दिया था. अब जब हम झारखंड और राजस्थान सरकार की सहमति से इस ट्रेन में बैठ गए हैं, तो काफी खुशी हो रही है. कोटा से रांची जाने वाली विशेष ट्रेन में सवार स्टूडेंट्स में सर्वाधिक रांची के करीब 325 छात्र है. इसके अलावा लोहागढ़, खूंटी, गुमला, सिमडेगा, लातेहार, चित्र, हजारीबाग, सराइकेला-खारस्वन, रामगढ़, वेस्ट सिंघभूम, गर्व, पलामु, ईस्ट सिंहभूम के स्टूडेंट्स कोटा-रांची ट्रेन से रवाना हुए हैं.