कोटा. केन्द्र की नरेंद्र मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का पहला बजट 1 फरवरी को पेश किया जाएगा. बजट पेश करने की जिम्मेदारी होगी वित्त मंत्री निर्मला सितारमण की. इस बजट से देश के करोड़ों लोगों की उम्मीदें जुड़ी हैं. लगातार बढ़ती महंगाई को लेकर देश की जनता दबाव में है. मंदी के कारण व्यापार जगत पहले से ही सदमे में है. लगातार होती आलोचनाओं के बीच सरकार का प्रयास यही रहेगा कि आम जनता को कुछ राहत दी जाए.
शिक्षा, व्यापार, प्रौद्योगिकी, मनोरंजन, बैंकिंग, सेवा क्षेत्र से जुड़े लोग अपने-अपने फायदों को लेकर बजट से उम्मीद लगाए बैठे हैं. वहीं इसी समाज में कुछ लोग ऐसे भी हैं, जिन्हें बजट को लेकर न तो कोई उत्सुकता है, और न ही कोई सरोकार. इतना ही नहीं इन्हें तो यह भी नहीं मालूम की बजट का मतलब भी क्या होता है.
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ईटीवी भारत ने बजट को लेकर एक ऐसी ही रोचक पड़ताल की. इस पड़ताल में हमनें समाज के विभिन्न वर्गों के लोगों से बजट को लेकर बातचीत की. यहां ईटीवी ने यह जानने का प्रयास किया, कि ये लोग बजट के बारे में कितना जानते हैं.