कोटा.जिले में कोचिंग करने वाले वाले देशभर के बच्चों के लिए काफी सुविधाएं विकसित की जा रही हैं. इसी क्रम में कोटा कोचिंग सिटी में स्टूडेंट्स को तनाव मुक्ति के भी प्रयास तेज किए गए हैं. कोटा के कोरल पार्क इलाके में हॉस्टल एसोसिएशन मेडिटेशन सेंटर और सेल्फ डिफेंस कोर्स के साथ कई गतिविधियों को संचालित करेगा. इसके लिए खुद ही करीब 1 करोड़ रुपए लागत से फैसिलिटी सेंटर "सेवार्थ" को बनाया जा रहा (Sevarth Facility Center In Kota) है. आज इसका शिलान्यास हो रहा है.
इस फैसिलिटी सेंटर में अस्पताल और कॉन्फ्रेंस हॉल जैसी सुविधा भी उपलब्ध रहेगी. बच्चों को कोटा छोड़ने आने वाले पैरंट्स को भी मिनिमम शुल्क पर रहने की जगह मिलेगी. कोरल पार्क होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष सुनील अग्रवाल का कहना है कि बिल्डिंग का नाम सेवार्थ दिया गया है. इसका मकसद केवल सेवा करना ही रहेगा. इसी भाव से एसोसिएशन बच्चों के लिए कुछ करना चाह रही है. उनके लिए मेडिटेशन के साथ काउंसलिंग यहां पर होगी. बालिकाओं को सेल्फ डिफेंस की ट्रेनिंग (Self Defence Training Center In Kota Coral Park) भी यहां पर दी जाएगी. जिला प्रशासन भी बच्चों के लिए मेडिटेशन और अन्य कई सुविधाएं विकसित करने का सुझाव कई बार दे चुका है. यह उसी दिशा की ओर बढ़ाए कदम है. कोटा में इस तरह का ये पहला फैसिलिटी सेंटर है.
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डिस्पेंसरी में छात्र-छात्राओं के अलग होंगे वार्ड:सेवार्थ फैसिलिटी सेंटर (Sevarth Facility Center In Kota) की बिल्डिंग में एक बड़ा पार्क भी होगा. जहां पर बड़ी संख्या में बच्चों के आयोजन भी किए जा सकेंगे. इसके साथ ही यहां पर एक कॉन्फ्रेंस हॉल भी बनाया जा रहा है. एक दूसरा बड़ा हॉल होगा, ये सीधा पार्क से भी कनेक्ट रहेगा.इसके अलावा डिस्पेंसरी में डॉक्टर के चेंबर बनेंगे. छात्र छात्राओं के लिए अलग वार्ड बनेगा. लैब भी बनाई जाएगी. वर्तमान में इस एरिया में बच्चों को उपचार लेने के लिए कोरल पार्क एरिया से 3 से 4 किलोमीटर दूर जाना पड़ता है. जाने आने में ही उनके 300 से 400 रुपए खर्च हो जाते हैं. इसका निर्माण होने से बच्चों के पैसे भी बचेंगे.
पैरंट्स के लिए बनेंगे रूम, मिनिमम चार्ज में मिलेगी सुविधा: विभिन्न हॉस्टल्स में नियम कुछ सख्त हैं. इसमेंं छात्राओं के हॉस्टल में किसी भी पैरंट्स की एंट्री नहीं होती है. इस तरह कोटा कोचिंग के लिए छात्राओं को छोड़ने, लेने या मिलने आने वाले पैरंट्स को काफी समस्या का सामना करना पड़ता है. कोरल पार्क एरिया में ये एक बड़ी समस्या है क्योंकि इस एरिया के नजदीक होटल्स की तादाद कम है. ऐसे में हॉस्टल एसोसिएशन ने पैरंट्स की समस्या को भी दूर करने के लिए पैरंट्स रूम बनाए हैं. ये एक अच्छे होटल जैसे ही बनेंगे. इसके लिए एक मिनिमम शुल्क तय किया जाएगा.
निशुल्क मिली है दो करोड़ की जमीन: कोरल पार्क हॉस्टल एसोसिएशन के अध्यक्ष सुनील अग्रवाल का कहना है कि उन्हें दो करोड़ रुपए की जमीन निशुल्क उपलब्ध करवाई गई है. इसके बाद अब करीब 1 करोड़ रुपए निर्माण में खर्च होंगे. लैंड मार्क सिटी हॉस्टल एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष और हॉस्टल संचालक शुभम अग्रवाल का कहना है कि इसमें करीब एक करोड़ रुपए का खर्चा आएगा. तैयारी कर ली गई है. इसका बजट हमने बना लिया है. प्राइवेट एसोसिएशन फैसिलिटी सेंटर एक उदाहरण सेट करेगा. जहां बच्चों को सभी सुविधाएं मिलेगी. हमारे यहां पर अत्याधुनिक सुविधाओं वाले हॉस्टल बन रहे हैं.