कोटा.कोरोना वायरस को लेकर पूरे प्रदेश में धारा 144 लागू है. इसके बावजूद कोटा शहर में पांच जगह पर नागरिकता संशोधन बिल के विरोध में धरना प्रदर्शन चल रहा है. जहां पर बड़ी संख्या में लोग एकत्रित हो रहे हैं. इसको लेकर जिला कलेक्टर ने सभी लोगों को पाबंद किया है. चार जगह पर विरोध करने वाले लोग मान भी गए हैं, लेकिन किशोरपुरा में चल रहे धरने के लोग सरकारी आदेशों को नहीं मान रहे हैं. इसके चलते उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है.
करीब 200 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ है. साथ ही उनके साथ समझाइश भी प्रशासन और पुलिस के अधिकारियों ने की है. अगर वह नहीं मानेंगे तो जिला कलेक्टर ओमप्रकाश कसेरा का कहना है कि सख्त कार्रवाई की जाएगी और उन्हें बल पूर्वक हटाया जाएगा. इसके लिए फोर्स का उपयोग वे करेंगे. कोटा जिला कलेक्टर का कहना है कि उन्होंने 20 आदमियों की गैदरिंग तक को अनुमति दी हुई है.
धारा 144 का उल्लंघन और रोड जाम करने का मुकदमा...
किशोरपुरा थानाधिकारी शंभू सिंह शेखावत ने बताया कि एनआरसी, सीएए और एनपीआर के विरोध में चल रहे धरने पर समझाइश की गई, लेकिन लगातार देर रात तक धरना व विरोध को जारी रहा. ऐसे में शिफा खालिद, खालिद मोहम्मद, आसिफ हुसैन, साबिर जावेद, गुड्डू इकबाल, जामिया विश्वविद्यालय से कोटा में आए हुए नेतृत्व करने और भाषण देने वाले लोगों पर मुकदमा दर्ज किया है. इसमें 200 अन्य लोग भी शामिल हैं. किशोरपुरा थाना अधिकारी शंभू सिंह शेखावत का कहना है कि कोरोना वायरस के चलते धारा 144 का उल्लंघन और रोड जाम करने का मुकदमा दर्ज किया है.