कोटा: रेलवे सुरक्षा बल का 36 वां स्थापना दिवस (Foundation Day) है. रेल यात्रियों को लेकर सजग फोर्स नित नए बदलावों को आत्मसात कर आगे बढ़ रही है. नई तकनीक के सहारे Manpower की कमी को मात दे रही है. कोटा रेल मंडल ने नफरी (Nafari) की कमी को हावी नहीं होने दिया और बीते 1 साल में ही 4000 से ज्यादा लोगों के ऊपर कार्रवाई कर करोड़ों रुपए की वसूली कर ली. ये वसूली तकनीकी मदद से मिली.
कोटा रेल मंडलः दो ट्रेन में LSLRD पावर कार का उपयोग शुरू
कोटा रेल मंडल (Kota Rail Mandal) के वरिष्ठ मंडल सुरक्षा आयुक्त विजय प्रकाश पंडित ने मीडिया से बातचीत की और बताया कि कैसे एक छोटे से यंत्र ने RPF की मुश्किल को हल कर दिया.
नफरी की कमी को ऐसे दी मात
पंडित (RPF Commandant) ने कोटा रेल मंडल (Kota Rail Mandal) में आरपीएफ (RPF) के साल भर की कार्रवाई का ब्यौरा दिया. बताया कि कोटा रेल मंडल से 100 यात्री गाड़ियां और 200 के करीब माल गाड़ियां निकलती है, जिनमें सभी में नफरी (Shortage Of Nafri) पूरी नहीं होने के चलते एस्कॉर्टिंग (Escorting) नहीं हो पाती. ऐसे में बारी-बारी से सभी ट्रेनों में वह एस्कॉर्टिंग लगाते हैं. साथ ही जिन ट्रेनों में घटनाएं बढ़ने लगती है या जिन रूटों पर घटनाएं ज्यादा होती है वहां पर जवानों की तैनाती कर दी जाती है.
उन्होंने बताया कि यह कमी काफी ज्यादा है. क्योंकि इतनी ट्रेनें यहां से निकलती है. इसके लिए 5000 की नफरी (Commonly Called For The Headcount) भी कम पड़ जाए. जबकि उनके पास 500 का ही स्टाफ (Shortage Of Staff) है. ऐसे में अब तकनीक की मदद (Technique Support) से काफी काम लिया. जवानों के वर्दी के ऊपर ही कैमरे लगा दिए ताकि संदिग्धों को कैमरे की मदद से भी पहचाना जा सके.
कोटा में बनेगा स्टेशनों पर लगे कैमरों का कंट्रोल रूम
विजय प्रकाश पंडित ने बताया कि रेल मंत्री (Railway Minister) ने बजट में घोषणा की थी कि सभी स्टेशनों पर कैमरा लगेगा (Camera Installation). उसके तहत काम चल रहा है और टेंडर भी सभी के हो गए हैं. ऐसे में कोटा मंडल (Kota Mandal) के सभी स्टेशनों पर 1 साल के अंदर ही कैमरे स्थापित हो जाएंगे. साथ ही उन्होंने बताया कि वे कोटा जंक्शन पर 95 और भरतपुर व सवाई माधोपुर में 65-65 कैमरे स्थापित कर दिए गए हैं.
बारां, छबड़ा, रामगंजमंडी, बयाना, गंगापुर सिटी, भवानीमंडी, शामगढ़, विक्रमगढ़ आलोट, लाखेरी, बूंदी, हिंडौन सिटी सहित तेरा स्टेशनों पर जल्द ही कैमरे स्थापित होंगे. इसके बाद बचे हुए स्टेशनों की बारी आएगी. इनका कंट्रोल रूम एक कोटा में बनेगा, जो कि मंडल स्तर का होगा.वही इसके बाद में सभी थानों और चौकियों पर भी उनके एरिया का सीसीटीवी कंट्रोल रूम (CCTV Control Room)रहेगा ताकि वारदातों को रोकने में मदद मिल सके.
करोड़ों रुपए का वसूला जुर्माना
आरपीएफ कमांडेंट (RPF Commandant) विजय प्रकाश पंडित ने पूरे साल के लेखे जोखे की जानकारी देते हुए बताया कि रेलवे की संपत्ति पर अवैध कब्जे के 34 मामलों में कार्रवाई की और 11 लाख से ज्यादा का जुर्माना वसूला. इसके अलावा 64 आरोपियों को भी इन मामलों में गिरफ्तार किया गया. वहीं रेलवे अधिनियम के तहत 3467, अलार्म चेन पुलिंग के 310, अवैध टिकटों की कालाबाजारी करने के 11, अवैध वेंडर के 386, तंबाकू एक्ट में 1204 व ट्रैक पर पशुओं को लाने वाले 93 लोगों के खिलाफ भी कार्रवाई की गई.
रेल मंडल में 15 अपराधिक मामलों में भी कार्रवाई की गई. इतना ही नहीं 67 लोगों के सामानों को जो ट्रेन में छूट गए थे, वह वापस पहुंचाएं. साथ ही रेल मदद, ट्विटर और अन्य पब्लिक ग्रीवेंस (Public Grievance) के 500 मामलों में भी कार्रवाई 1 साल में की गई है.
ट्रेनों में अनाधिकृत रूप से सफर करने वाले 11097 लोगों से 80 लाख से ज्यादा रुपए का जुर्माना वसूला और 868 लोगों के खिलाफ बिना मास्क होने पर भी कार्रवाई की. रेलवे का अगले 7 दिनों तक यात्रियों के लिए जागरूकता अभियान भी चलाएगी.