कोटा: राजस्थान अर्बन इन्फ्राट्रक्चर डेवलपमेंट प्रोजेक्ट (RUIDP) के तहत कोटा शहर में सीवरेज लाइनों को बिछाने का काम कई जगह पर चल रहा है, लेकिन यह काम लोगों के लिए वर्तमान में आफत का सबब ही बना हुआ है, क्योंकि सीवरेज डालने वाली कंपनी सीवरेज डालने का काम तो कर रही है, लेकिन बारिश होने का हवाला देकर सड़कों को दुरुस्त करने से गुरेज कर रही है. नतीजतन कई किलोमीटर लंबी सड़कें खस्ता और खराब हालत में हैं.
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हालात ऐसे हैं कि इन सड़कों पर से गुजर ना लोगों के लिए दूभर हो गया है. कई जगह पर तो भारी वाहन इन सड़कों पर फंस जाते हैं जिनको क्रेन की मदद से ही निकाला जा रहा है. यहां तक कि छोटे वाहन चालक भी कीचड़ और बड़े-बड़े गड्ढों के चलते परेशान हैं और हादसों का सबब भी यह सड़कें बन रही हैं.
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बोरखेड़ा इलाके के हेमराज का कहना है कि कई महीनों से सड़कें सही नहीं हैं. सीवरेज लाइन के कारण सड़कें खोद कर छोड़ दी गईं. बरसात हुई तो इसमें यहां गड्ढे और बड़े हो गए और कीचड़ भर गया. अब लोग घरों में कैद होकर रह गए हैं. निकल नहीं पा रहे हैं. बाइक तो दूर की बात लोग पैदल भी चलने में डरते हैं. इसी तरह से शफी मोहम्मद का कहना है, कहते हैं- डामर की सड़क पहले अच्छी भली थी, लेकिन जब से सीवरेज लाइन का काम हुआ उसके बाद से सड़क की दशा बिगड़ गई है. पूरी सड़क जब चकाचक थी, इसके बाद में यह लोग आए और खोद कर चले गएऔर अब वैसे ही पड़ी हुई है. नतीजा ये है कि बारिश में लोग गिर जाते हैं, कीचड़ में गाड़ियां फंस जाती है, लोग गिरकर घायल हो रहे हैं.
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वैकल्पिक मार्ग होने से बढ़ी परेशानी
बोरखेड़ा क्षेत्र में नहर के आसपास की कॉलोनियों में अचानक से ट्रैफिक बढ़ गया है. क्योंकि बारां रोड पर एलिवेटेड फ्लाईओवर का निर्माण जारी है. इसी के चलते रास्तों को डायवर्ट किया गया है, जो कि अब वाहन कॉलोनियों के बीच में से निकलना शुरू हो गए हैं. जिसके चलते भारी वाहन भी यहां से निकल रहे हैं. इससे कॉलोनियों की पहले से ही खस्ताहाल सड़कें अब और बेहाल हो रही हैं. भारी वाहनों की वजह से सड़कें और उखड़ रही हैं.
RUIDP की दो टूक- नहीं बनाएंगे 55 किलोमीटर की सड़क
आरयूआईडीपी के अधिकारियों के अनुसार वह कोटा में 450 किलोमीटर लंबी सीवरेज लाइन डालेंगे. इनमें से 230 किलोमीटर पर काम पूरा कर चुके हैं. जबकि 220 किलोमीटर पर काम अभी बाकी है. जिसमें से करीब 15 से 20 किलोमीटर पर अभी वर्तमान में कार्य जारी है. आरयूआईडीपी(RUIDP) के अधिकारियों का कहना है कि जिन सड़कों पर वह काम कर चुके हैं उनमें से 200 किलोमीटर सड़कें बिटुमिन और सीसी की थी, जबकि 30 किलोमीटर सड़कें कच्ची हैं. इसी तरह से जिन पर अभी काम होना बाकी है उनमें 195 किलोमीटर लंबी सड़कें सीसी और बिटुमिन की है, जबकि 25 किलोमीटर सड़कें कच्ची है. अधिकारियों का कहना है कि जिस तरह की सड़क होती है. वैसा ही उस पर वह निर्माण कर देते हैं. ऐसे में कुल 55 किलोमीटर लंबी कच्ची सड़कों पर वह किसी भी तरह का कोई काम नहीं करेंगे. केवल जिस तरह की सड़क अभी वर्तमान स्थिति में है वैसे ही कर कर छोड़ देंगे.
सैकड़ों कालोनियों के लाखों लोग प्रभावित, बच्चे की हुई थी मौत
कोटा शहर के कुन्हाड़ी और बोरखेड़ा इलाके में बड़े स्तर पर सैकड़ों कॉलोनियों में सीवरेज लाइन डालने का काम जारी है. इनमें बजरंग नगर, नृमता आवास, बोरखेड़ा, थेगड़ा, काला तालाब, पार्वतीपुरम, महावीर नगर फर्स्ट, सहित कई इलाकों में सीवरेज लाइन डालने का काम चल रहा है. बारिश के चलते अभी कई जगह काम अटका हुआ है.सैकड़ों कॉलोनियों के लाखों लोगों को इससे कई तकलीफें भी उठानी पड़ रही है. कई जगह पर लोगों ने घटिया निर्माण करने की भी शिकायत की है. यहां तक कि काम भी कई जगह पर लोगों ने रोक दिया था, जो कि सड़क निर्माण से रिलेटेड था. 10 महीने पहले हुआ हादसा कोई भूल नहीं पा रहा है जब काले तालाब इलाके में एक मैन होल में गिरने से 14 साल के बच्चे की जान चली गई थी.
टोल फ्री नम्बर पर सुनवाई
आरयूआईडीपी (RUIDP) ने लोगों की समस्याओं को लेकर एक टोल फ्री नंबर भी जारी किया है. अधीक्षण अभियंता केके अग्रवाल का कहना है कि कोई भी व्यक्ति अगर प्रोजेक्ट की वजह से हुई खस्ताहाल सड़क की शिकायत करेगा तो उसकी सुनवाई होगी. शिकायतकर्ता टोल फ्री नंबर पर संपर्क कर अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं. ये नम्बर है 18001806125. अधीक्षण अभियंता का कहना है इसके अलावा RUIDP ने सभी निर्माण साइट पर इंजीनियर और संवेदकों के मोबाइल नंबर चस्पा किए हुए हैं उन पर भी संपर्क किया जा सकता है.
दावा किया जा रहा है कि केवल 4 से 5 किलोमीटर का ही काम बचा हुआ हैं, जिनमें बिटुमिन या सीसी की सड़क बनानी है और यह काम बारिश की वजह से नहीं हो पा रहा है. भरोसा दिलाया जा रहा है कि जैसे ही बारिश खत्म होगी, इन कामों को भी पूरा कर दिया जाएगा.