कोटा. प्रदेश के यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल (UDH Minister Shanti Dhariwal) ने जैन समाज के दो पंथों दिगंबर और श्वेतांबर को एक करने की बात कही है. उन्होंने कहा कि इसके लिए वे भूख हड़ताल (Minister on hunger strike) पर बैठने के लिए तैयार हैं. जब जैन समाज एक होगा, तभी उनकी आत्मा को शांति मिलेगी.
बता दें कि तेरापंथ के आचार्य महाश्रमण कोटा प्रवास पर हैं. आज आचार्य महाश्रमण के कोटा आगमन पर अभिनंदन कार्यक्रम आयोजित किया गया. इसमें प्रदेश के यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल ने कहा कि जैन समाज के दो पंथ दिगंबर और श्वेतांबर को एक होना पड़ेगा. यहां तक कि उन्होंने इसके लिए भूख हड़ताल पर बैठने की बात भी कह दी.
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उन्होंने कहा कि जैन समाज की ध्वजा के नीचे वे खुद धरने पर बैठेंगे. उन्होंने इस अभिनंदन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि मैं दादाबाड़ी के मुख्य द्वार पर भूख हड़ताल पर बैठूंगा. यह तब तक चलेगा जब तक दिगंबर और श्वेतांबर कोटा की सड़कों पर भगवान महावीर का जयकारा लगाते नजर आएंगे. तभी मेरी आत्मा को शांति मिलेगी, तब मैं समझूंगा मैंने जैन समाज के लिए कुछ किया है.
धारीवाल ने भूख हड़ताल की बात क्यों कही ? कोटा प्रवास को आगे बढ़ाएं, जब तक जनता तृप्त नहीं हो...
धारीवाल ने कहा कि आचार्य महाश्रमण से निवेदन करना चाहता हूं कि आप 2 दिन के लिए कोटा पधारे हैं. राजस्थान में अकाल पड़ता रहता है. किसान और आम जनता ही जानती है, जब एक दिन बारिश होती है तो कितनी राहत मिलती है. लेकिन जब बादल एक दिन ही बरस कर चला जाता है, तो उससे कोई फायदा किसान और आम व्यक्ति को नहीं होता है. इसी तरह से मैं आपसे निवेदन करना चाहता हूं कि आपका 2 दिन का प्रभाव कोटा में है, लेकिन इसे बढ़ाया जाए ताकि यहां की जनता तृप्त हो जाए. आपके एक या दो प्रवचन से काम नहीं चलेगा, आप समाज को ज्यादा से ज्यादा प्रतिज्ञा दिलाएं जिससे समाज का भला होगा.
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आमजन को दिलाई लोगों को नशा मुक्ति की प्रतिज्ञा...
आचार्य महाश्रमण ने जैन समाज लोगों को शराब, सिगरेट, गुटका और तंबाकू से दूर रहने की प्रतिज्ञा दिलवाई. इसके साथ ही समाज में सुधार लाने के लिए अन्य प्रतिज्ञाएं दिलवाईं. आचार्य ने कहा कि इंद्रियों का संयम रखना काफी जरूरी है. उन्होंने क्रोध से दूर रहने की सलाह भी दी.