कोटा.गुर्जर आरक्षण आंदोलन को लेकर डुमरिया और फतेह सिंहपुरा स्टेशनों के बीच में आंदोलनकारी पटरी पर आ बैठे हैं. इसके चलते रेलवे यातायात बुरी तरह से प्रभावित हो गया है. करीब डेढ़ दर्जन से ज्यादा ट्रेनों को डायवर्टेड रूट से चलाया जा रहा है. वहीं माल गाड़ी नहीं चलने से रेलवे को करोड़ों का नुकसान हुआ है. यात्री ट्रेनें रद्द होने या डायवर्ट होने से भी रिफंड करवाने वाले यात्रियों की संख्या बढ़ गई है.
कोटा मंडल के सीनियर डीसीएम अजय कुमार पाल का कहना है कि 1 नवंबर को जहां पर 600 टिकट रिफंड हुए थे. जिनके जरिए दो लाख रुपए वापस लौटाए गए हैं. वहीं सोमवार को भी जनशताब्दी एक्सप्रेस रद्द होने से यह संख्या बढ़ जाएगी, क्योंकि जनशताब्दी एक्सप्रेस में ही करीब 1000 यात्री सफर करते हैं. इसके अलावा माल गोदाम में भी कामकाज प्रभावित है. कोटा से 50 माल गाड़ियां होकर गुजरती है.
जिनको परिवर्तित मार्ग से ही चलाया जा रहा है. जिससे भी करोड़ों का नुकसान कोटा रेल मंडल को हो रहा है. कोटा से यात्री गाड़ियां और प्रीमियम ट्रेनें भी नहीं गुजर रही है. उनको डायवर्टेड रूट से चलाया जा रहा है. इससे यात्रियों को खासी परेशानी हो रही है. इसके अलावा बीते दो दिनों में अभी तक करीब 30 से ज्यादा ट्रेनों को डायवर्ट किया गया है. आने वाले 3 नवंबर के लिए भी कुछ ट्रेनों को डायवर्टेड रूट से चलाने की प्लानिंग कर ली गई है. जिसके निर्देश भी जारी हो गए हैं.
3 नवंबर को भी नहीं चलेगी जनशताब्दी एक्सप्रेस
कोटा से दिल्ली जाने वाले लोगों के लिए सबसे मुफीद ट्रेन जनशताब्दी एक्सप्रेस है. हालांकि गुर्जर आरक्षण आंदोलन के चलते 3 नवंबर को इसको रद्द कर दिया गया है. वहीं कोटा से दिल्ली जाने के लिए हाल ही में एक और ट्रेन शुरू हुई थी. इस नंदादेवी एक्सप्रेस उसको परिवर्तित मार्ग से सवाई माधोपुर, जयपुर, बांदीकुई, भरतपुर और मथुरा होते हुए संचालित किया जा रहा है. साथ ही उन्होंने बताया कि जन शताब्दी एक्सप्रेस को 3 नवंबर के लिए रद्द कर दिया गया है.
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कोटा होकर गुजरने वाली ट्रेनों को यहां से किया डायवर्ट