कोटा. शहर की पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 5000 रुपए के इनामी हार्डकोर बदमाश शानू खान उर्फ शानू बंदर को गिरफ्तार किया है. आरोपी ने एक व्यापारी से उसके ही प्लॉट पर ही निर्माण शुरू करने की एवज में फिरौती मांगी थी. इसके साथ ही उसके प्लॉट पर पत्थर डलवा कर कब्जा भी करना शुरू कर दिया था. गिरफ्तार आरोपी शानू बंदर के खिलाफ कोटा शहर के अलग-अलग थाना इलाकों में 25 मुकदमे दर्ज हैं.
इस मामले की जानकारी देते हुए किशोरपुरा थानाधिकारी शंभू सिंह ने बताया कि फर्नीचर मार्केट सेंट पॉल स्कूल के नजदीक अनिल जैन को यूआईटी ने भूखंड आवंटित किया था. इस भूखंड पर कुछ दिन पहले बिल्ला गैंग व शानू बंदर ने कब्जा कर लिया और वहां पर पत्थर डाल दिए. आसपास के लोगों से बात की तो पता चला मोनू बिल्ला और शानू बंदर गैंग को पैसे देने पर ही वहां निर्माण कर सकते हैं. दोनों का यहां पर इतना आतंक है कि लोग इनके बारे में बात करने से भी खौफ खाते हैं. ऐसे में इनके खुले आतंक के बल पर वसूली किसी फिल्मी सीन की तरह लगती है, पर यह लोग शहर में हकीकत में हो रहा है.
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इस मामले में कार्रवाई करने और संगठित अपराध पर रोक लगाने के लिए अपराधियों पर कानूनी कार्रवाई की मांग उन्होंने की थी. जिस पर किशोरपुरा पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया. साथ ही आरोपी की गिरफ्तारी के लिए काफी प्रयास किए गए, लेकिन इसके बाद अपराधी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी. इसके लिए कोटा में पुलिस अधीक्षक ने 5000 रुपए का इनाम रखा.
इसके बाद टीमें भी गठित की गई, जिसमें गुमानपुरा थाना अधिकारी मनोज सिंह सिकरवार और किशोरपुरा थानाधिकारी शंभू सिंह शामिल थे. इन दोनों के नेतृत्व में टीम में कांस्टेबल गोविंद राणा, भूपेंद्र और सीताराम ने कार्रवाई करते हुए आरोपियों के सहयोगियों से पूछताछ की. साथ ही कई दिनों से फरार चल रहे अपराधी शानू खान और शानू बंदर को कोटडी स्थित फकीरों की मस्जिद के नजदीक से गिरफ्तार किया है. आरोपी के खिलाफ पहले से 25 मुकदमें दर्ज हैं. जिनमें अपहरण, लूट, हत्या का प्रयास, अभिरक्षा से भागना, चोरी अवैध हथियार व मादक पदार्थ रखने के मामले शामिल हैं.