कोटा.नीट यूजी 2021 (NEET UG 2021) के परिणाम का अब 16 लाख विद्यार्थियों को इंतजार है. नीट यूजी 2021 की प्रोविजनल उत्तर तालिकाओं पर आपत्तियां (Objections on provisional answer tables ) दर्ज करने की समय सीमा समाप्त हो चुकी है. ऐसे में जल्द ही नेशनल टेस्टिंग एजेंसी मानक उत्तर तालिकाएं व परिणाम जारी करेगी.
हालांकि विद्यार्थी पहले से ही जारी की गई रिकॉर्डेड रिस्पांस शीट (Recorded Response Sheet ) के आधार पर अपने अंकों की गणना कर चुके हैं. उसी के आधार पर कोटा के एक्सपर्ट्स की बात की जाए या फिर कोचिंग संस्थानों के दावे की तो सामने आ रहा है कि इस बार बीते साल की तरह नीट यूजी 2021 में परफेक्ट स्कोर का रिकॉर्ड नहीं बन पाएगा. कोटा के निजी कोचिंग संस्थान के निदेशक बृजेश माहेश्वरी ने सार्वजनिक रूप से दावा करते हुए कहा था कि रिकॉर्डेड रिस्पांस शीट के आधार पर उनके एक विद्यार्थी के 716 अंक बन रहे हैं, जो ऑल इंडिया रैंक पहली लेकर आएगा.
विद्यार्थी का नाम उन्होंने उजागर नहीं किया था. इसके अलावा भी अन्य एक्सपर्ट का कहना है कि परफेक्ट स्कोर 720 में से 720 पिछली बार इतिहास में बना था. इस बार यह दोहरा पाना मुश्किल होगा. एक्सपर्ट का यह तो मानना है कि रिजल्ट इस बार पिछले साल से थोड़ा बेहतर हो सकता है, लेकिन यह सभी मान रहे हैं कि परफेक्ट स्कोर 720 में से 720 एक भी विद्यार्थी शायद ही कर पाए.
पिछली बार 720 पर थे दो स्टूडेंट्स
नीट यूजी 2020 के परिणाम में कोटा से कोचिंग (Kota Coaching) कर रहे बिहार के स्टूडेंट शोएब आफताब और दिल्ली की छात्रा आकांक्षा सिंह दोनों के ही 720 में से 720 अंक आए थे. दोनों ने परफेक्ट स्कोर किया था. लेकिन ऑल इंडिया रैंक पहली शोएब आफताब को नेशनल टेस्टिंग एजेंसी निकली थी. वहीं आकांक्षा सिंह दूसरे नम्बर की रैंक पर आई थी.
उसके बाद से ही अधिक उम्र वाले को बेहतर रैंक देने के क्राइटेरिया नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने हटा लिया है. हालांकि इसके पहले विद्यार्थियों के सब्जेक्ट में अंकों के अनुसार रैंक निर्धारित की जाती है और उनमें भी समान होने पर इनकरेक्ट आंसर से करेक्ट आंसर के अनुपात की तुलना की जाती है.
3 साल से लगातार बढ़ रहे है कटऑफ मार्क्स
नीट परीक्षा दे चुके अभ्यर्थियों और उनके पेरेंट्स की चिंता है कि इस साल गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस सीट कितने अंक पर प्राप्त होगी ? प्राइवेट मेडिकल संस्थानों में एमबीबीएस सीट प्राप्त करने के इच्छुक विद्यार्थी व अभिभावक इस बात को लेकर चिंतित हैं कि इस वर्ष क्वालीफाइंग कट ऑफ मार्क्स कितने होंगे ? या वर्ष 2021 में क्वालीफाइंग कट ऑफ मार्क्स बढ़ेंगे या घटेंगे ?
कोटा के एजुकेशन एक्सपर्ट देव शर्मा ने बताया कि मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट यूजी के पिछले 3 सालों के परीक्षा परिणामों का विश्लेषण किया जाए तो 2018 से लेकर 2020 तक क्वालीफाइंग कट ऑफ मार्क्स में लगातार बढ़ोतरी हुई है. क्वालीफाइंग कटऑफ मार्क्स 2018 में 119 थे, जिसके बाद 2019 में यह 134 हुए और अब 2020 में 147 पर पहुंचे थे.