राजस्थान

rajasthan

ETV Bharat / city

नीट यूजी 2021 : इस बार नहीं बन पाएगा बीते साल जैसा परफेक्ट स्कोर का रिकॉर्ड ! - Recorded Response Sheet

नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (National Testing Agency) ने विद्यार्थियों की रिकॉर्डेड रिस्पांस शीट (Recorded response sheet of students) जारी कर दी थी. जिनके आधार पर स्टूडेंट अपने अंकों की गणना कर चुके हैं. कोटा के एजुकेशन एक्सपर्ट्स और कोचिंग संस्थान का दावा है कि इस बार बीते साल की तरह नीट यूजी 2021 में परफेक्ट स्कोर का रिकॉर्ड नहीं बन पाएगा.

नीट यूजी 2021 परफेक्ट स्कोर का रिकॉर्ड
नीट यूजी 2021 परफेक्ट स्कोर का रिकॉर्ड

By

Published : Oct 20, 2021, 6:02 PM IST

Updated : Oct 20, 2021, 7:11 PM IST

कोटा.नीट यूजी 2021 (NEET UG 2021) के परिणाम का अब 16 लाख विद्यार्थियों को इंतजार है. नीट यूजी 2021 की प्रोविजनल उत्तर तालिकाओं पर आपत्तियां (Objections on provisional answer tables ) दर्ज करने की समय सीमा समाप्त हो चुकी है. ऐसे में जल्द ही नेशनल टेस्टिंग एजेंसी मानक उत्तर तालिकाएं व परिणाम जारी करेगी.

हालांकि विद्यार्थी पहले से ही जारी की गई रिकॉर्डेड रिस्पांस शीट (Recorded Response Sheet ) के आधार पर अपने अंकों की गणना कर चुके हैं. उसी के आधार पर कोटा के एक्सपर्ट्स की बात की जाए या फिर कोचिंग संस्थानों के दावे की तो सामने आ रहा है कि इस बार बीते साल की तरह नीट यूजी 2021 में परफेक्ट स्कोर का रिकॉर्ड नहीं बन पाएगा. कोटा के निजी कोचिंग संस्थान के निदेशक बृजेश माहेश्वरी ने सार्वजनिक रूप से दावा करते हुए कहा था कि रिकॉर्डेड रिस्पांस शीट के आधार पर उनके एक विद्यार्थी के 716 अंक बन रहे हैं, जो ऑल इंडिया रैंक पहली लेकर आएगा.

क्या इस बार बन सकता है परफेक्ट स्कोर

विद्यार्थी का नाम उन्होंने उजागर नहीं किया था. इसके अलावा भी अन्य एक्सपर्ट का कहना है कि परफेक्ट स्कोर 720 में से 720 पिछली बार इतिहास में बना था. इस बार यह दोहरा पाना मुश्किल होगा. एक्सपर्ट का यह तो मानना है कि रिजल्ट इस बार पिछले साल से थोड़ा बेहतर हो सकता है, लेकिन यह सभी मान रहे हैं कि परफेक्ट स्कोर 720 में से 720 एक भी विद्यार्थी शायद ही कर पाए.

पिछली बार 720 पर थे दो स्टूडेंट्स

नीट यूजी 2020 के परिणाम में कोटा से कोचिंग (Kota Coaching) कर रहे बिहार के स्टूडेंट शोएब आफताब और दिल्ली की छात्रा आकांक्षा सिंह दोनों के ही 720 में से 720 अंक आए थे. दोनों ने परफेक्ट स्कोर किया था. लेकिन ऑल इंडिया रैंक पहली शोएब आफताब को नेशनल टेस्टिंग एजेंसी निकली थी. वहीं आकांक्षा सिंह दूसरे नम्बर की रैंक पर आई थी.

पिछली बार 720 पर थे दो स्टूडेंट्स

उसके बाद से ही अधिक उम्र वाले को बेहतर रैंक देने के क्राइटेरिया नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने हटा लिया है. हालांकि इसके पहले विद्यार्थियों के सब्जेक्ट में अंकों के अनुसार रैंक निर्धारित की जाती है और उनमें भी समान होने पर इनकरेक्ट आंसर से करेक्ट आंसर के अनुपात की तुलना की जाती है.

पढ़ें- JoSAA की IIT और NIT काउंसलिंग: प्रथम मॉक सीट आवंटन 22 को... एक्सपर्ट बोले- च्वाइस फिलिंग में इन बातों का रखें ध्यान

3 साल से लगातार बढ़ रहे है कटऑफ मार्क्स

नीट परीक्षा दे चुके अभ्यर्थियों और उनके पेरेंट्स की चिंता है कि इस साल गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस सीट कितने अंक पर प्राप्त होगी ? प्राइवेट मेडिकल संस्थानों में एमबीबीएस सीट प्राप्त करने के इच्छुक विद्यार्थी व अभिभावक इस बात को लेकर चिंतित हैं कि इस वर्ष क्वालीफाइंग कट ऑफ मार्क्स कितने होंगे ? या वर्ष 2021 में क्वालीफाइंग कट ऑफ मार्क्स बढ़ेंगे या घटेंगे ?

3 साल से लगातार बढ़ रहे है कटऑफ मार्क्स

कोटा के एजुकेशन एक्सपर्ट देव शर्मा ने बताया कि मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट यूजी के पिछले 3 सालों के परीक्षा परिणामों का विश्लेषण किया जाए तो 2018 से लेकर 2020 तक क्वालीफाइंग कट ऑफ मार्क्स में लगातार बढ़ोतरी हुई है. क्वालीफाइंग कटऑफ मार्क्स 2018 में 119 थे, जिसके बाद 2019 में यह 134 हुए और अब 2020 में 147 पर पहुंचे थे.

जेईई एडवांस में कम हो रहे हैं अंक, नीट में बढ़ रहे

देव शर्मा ने बताया कि जहां एक तरफ प्रतिष्ठित इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा जेईई एडवांस्ड का क्वालीफाइंग कटऑफ 2019 से 2021 तक लगातार कम हुई है. वहीं दूसरी तरफ मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट यूजी में क्वालीफाइंग कटऑफ 2018 से वर्ष 2020 तक लगातार बढ़ा है. इस साल 2021 में क्वालीफाइंग कटऑफ क्या होगा ? बढ़ेगा या घटेगा ? नीट यूजी 2021 का परीक्षा परिणाम जारी होने तक यही चर्चा का विषय रहेगा. हालांकि इस बार भी एक्सपर्ट्स उम्मीद जता रहे हैं कि यह अंक बढ़ेंगे या फिर पिछली साल के आसपास रहेंगे.

कोविड-19 के दौर में सुधरा था परिणाम

कोरोना ने बीते साल विद्यार्थियों की पढ़ाई को काफी प्रभावित किया था. ऐसे में नीट यूजी 2020 की परीक्षाएं भी देरी से हुई, साथ ही विद्यार्थियों को तैयारी करने का ज्यादा समय मिला था. इससे विद्यार्थियों का परिणाम काफी बेहतर सामने आया था. नेशनल टेस्टिंग एजेंसी के इतिहास 2020 में सबसे ज्यादा अच्छा परिणाम था. कंबाइंड मेरिट सूची के प्रथम 50 विद्यार्थियों ने 720 में से 700 से ज्यादा प्राप्त अंक प्राप्त किए.

कोविड-19 के दौर में सुधरा था परिणाम

फीमेल कैंडीडेट्स की मेरिट सूची की सभी 20 फीमेल कैंडीडेट्स ने 700 से अधिक अंक प्राप्त किए जो कि अपने आप में रेकॉर्ड है. जबकि 2019 में केवल एक विद्यार्थी नलिन खंडेलवाल को 700 से अधिक अंक मिले थे. वहीं 2018 की बात की जाए तो मेरिट सूची किसी भी विद्यार्थी को 700 से ज्यादा अंक प्राप्त नहीं हुए थे.

पढ़ें- NEET UG 2021: आपत्ति दर्ज कराना पड़ा महंगा सौदा, जेईई मेन से 5 गुना ज्यादा देनी होगी राशि

पिछले 3 साल का रिजल्ट एक नजर में

2020 का परिणाम - 2020 में कंबाइंड मेरिट सूची के सभी 50 विद्यार्थियों के अंक 700 से ज्यादा थे. फीमेल मेरिट सूची के सभी 20 फीमेल कैंडीडेट्स के 700 से अधिक अंक थे. इस साल शोएब आफताब और आकांक्षा सिंह ने परफेक्ट स्कोर यानी कि 720 में 720 अंक हासिल किये.

2019 का परिणाम-इस साल कंबाइंड मेरिट सूची में एक विद्यार्थी के 700 से अधिक अंक थे. फीमेल मेरिट सूची में किसी भी फीमेल कैंडिडेट के 700 से ज्यादा नम्बर नहीं आए. केवल टॉपर नलिन खंडेलवाल 701 अंक लेकर आए थे.

2018 का परिणाम -इस साल किसी भी विद्यार्थी के अंक 700 से ज्यादा अंक नहीं थे. टॉप 20 फीमेल कैंडिडेट भी 700 से नीचे अंक वाली थीं. टॉपर रही तेलंगाना की कल्पना कुमारी लेकर आई थी 691 अंक.

इस तरह रही जनरल की कटऑफ में बढ़ोत्तरी

वर्ष टॉपर के अंक जनरल कटऑफ अंक क्वालीफाई स्टूडेंट
2020 720 147 7.71 लाख
2019 701 134 7.97 लाख
2018 691 119 7.14 लाख
Last Updated : Oct 20, 2021, 7:11 PM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details