कोटा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश की जनता से रविवार को जनता कर्फ्यू लगाने की अपील की थी. साथ ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शनिवार को फैसला लेते हुए प्रदेश में गत 31 मार्च तक लॉकडाउन की घोषणा कर दी है. जिसका असर आज कोटा शहर में देखने को मिल रहा है.
शहर में महज ट्रैफिक पुलिस या पुलिस के जवान ही चौराहे पर नजर आ रहे हैं. पूरा शहर बंद है. जरूरत के सामान दूध, सब्जी, राशन, पेट्रोल पंप और मेडिकल स्टोर ही खुले हुए हैं. इसके अलावा पूरा शहर बंद है. यहां तक कि सड़कों पर लोग भी नजर नहीं आ रहे हैं. इक्के-दुक्के वाहन ही संचालित हो रहे हैं. बस, सिटी बस, ट्रक और रेल सभी बन्द है. यहां यक की ऑटो, मिनी, बस टैक्सी और कैब सभी यूनियनों ने अपना समर्थन इसमें दिया है.
यह भी पढ़ें-कोरोना प्रकोप के चलते लॉक डाउन करने वाला देश का पहला राज्य बना राजस्थान, आवश्यक सेवाएं रहेंगी बहाल
कोटा व्यापार महासंघ ने भी आह्वान कर दिया है कि पूरी तरह से शहर को बंद रखा जाएगा. इसके तहत कोटा जिले के 148 व्यापारिक संस्थानों की एक लाख से ज्यादा दुकानें बंद है. पूरा प्रदेश हाई अलर्ट पर कोटा में भी सतर्कता बरती जा रही है.