कोटा. नगर विकास न्यास की न्यायालय के नजदीक अंडर ग्राउंड पार्किंग की योजना पहले ही जमींदोज हो चुकी थी. अब जी प्लस टू की जो पार्किंग की योजना बनाई गई थी, वह भी फेल हो गई है. इसकी जगह पर भूतल पर ही पार्किंग बनाई जा रही है, जो भी जी प्लस टू के टेंडर के जरिए ही बनवाई जा रही है. इसमें पहले जहां 400 दो पहिया और चार पहिया वाहनों की पार्किंग होती, उसकी जगह अब केवल 150 कारें ही इस पार्किंग में आ पाएगी.
अंडरग्राउंड पार्किंग के बाद अब जी प्लस टू की योजना भी फेल 27 करोड़ के टेंडर से होगा काम
न्यायालय के नजदीक सर्किट हाउस रोड पर वाहन की कतार लगी रहती है. सड़क के दोनों तरफ से वाहन पार्क होते हैं. इसके चलते आवागमन बाधित होता है. इस समस्या के निदान के लिए 4 साल पहले अंडर ग्राउंड पार्किंग की योजना नगर विकास न्यास ने बनवाई थी.
हालांकि, यह योजना अधर में चली गई, इसके बाद कांग्रेस की सरकार आई और स्मार्ट सिटी के तहत न्यायालय के नजदीक जहां पर मेडिकल कॉलेज के चिकित्सकों के बंगले हैं, उस जगह पर जी प्लस टू की पार्किंग प्रस्तावित की गई. इसके टेंडर नगर विकास न्यास ने जारी कर दिए हैं, जिसमें 27 करोड़ रुपए का वर्क ऑर्डर भी दे दिया. अब इसी टेंडर से भूतल पार्किंग बनवाई जा रही है.
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डॉक्टरों के बंगले की जगह अधिग्रहित
सर्किट हाउस रोड पर डॉक्टरों के जो बंगले थे, उनमें से जगह अधिग्रहित कर ली गई है. डॉक्टरों ने जमीन अधिग्रहण और जी प्लस टू पार्किंग का भी विरोध किया, जिसके बाद यूआईटी ने अपनी योजना बदल दी है. इसकी जगह उनके बंगलों में ही एक बिल्डिंग का निर्माण किया जाएगा. जिसमें क्लीनिक और वेटिंग रूम होगा. जहां पर चिकित्सक बैठकर मरीजों को देख सकेंगे.