कोटा. कोविड-19 के दौर के चलते बीते 10 महीने से कोटा के कोचिंग संस्थान बंद हैं और इसका खामियाजा पूरा कोटा उठा रहा है. यहां की अर्थव्यवस्था चौपट हो गई है. इसको लेकर कोटा शहर की व्यापार महासंघ से लेकर कोचिंग से जुड़ी सभी संस्थाएं आंदोलनरत थे. उन्होंने कोटा बंद का भी आह्वान किया है. ऐसे में कोटा बूंदी सांसद और लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखा है.
ओम बिरला चार दिवसीय कोटा कोटा दौरे पर आए हैं. उन्होंने इस बारे में बातचीत करते हुए मीडिया से कहा कि कोचिंग कोटा की अर्थव्यवस्था भी है और देश भर के यहां पढ़ने वाले विद्यार्थियों के जीवन का प्रश्न भी है. उनका यहां कोचिंग प्राप्त करने के साथ आईआईटी और मेडिकल इंजीनियरिंग कॉलेजों में निश्चित रूप से अच्छी रैंक पर एडमिशन हो जाता है, जो परिणाम आईआईटी और मेडिकल के आते हैं. उनमें अच्छी प्राथमिकता और वरीयता आती है. यहां पर दक्षता अच्छी शिक्षा दी जाती है. निश्चित रूप से बच्चों के भविष्य के साथ कोटा के अर्थव्यवस्था का भी यह प्रश्न है. कोटा सांसद ने कहा कि राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को मैंने पत्र लिखकर इस मामले पर गौर करने का आग्रह किया है कि किस तरीके से गाइडलाइन बनाए, जिससे कोटा की कोचिंग शुरू हो सके.
यह भी पढ़ें.राम मंदिर निर्माणः बीकानेर के इस उद्योगपति ने VHP को दिए 2.25 करोड़ रुपए दान