कोटा. जिले से महज 15 किमी दूर रावतभाटा रोड स्थित चंबल नदी की कराइयों में महादेव शिव का एक ऐसा मंदिर है, जहां स्वयं जलधारा भगवान का अभिषेक करती है. मंदिर के गर्भ गृह तक पहुंचने के लिए करीब 350 सीढ़ियां उतरकर नीचे जाना होता है. यह मंदिर है भगवान गेपरनाथ का.
राजा भोज की पत्नी ने करवाया था निर्माण
गेपरनाथ महादेव मंदिर के पुजारी ने बताया, कि यह मंदिर 500 साल पुराना है. जिसे राजा भोज की पत्नी ने 16वीं शताब्दी में बनवाया था. साल 1961 से इस मंदिर को पुरातत्व विभाग ने अपने अधीन कर लिया और संरक्षित क्षेत्र घोषित कर दिया.
चंबल नदी की कराइयों में विराजमान हैं भगवान शिव
चंबल नदी के किनारे स्थित कराइयो में मंदिर स्थापित है. यहां का दृश्य देखते ही बनता है. दूरदराज से लोग यहां पर महादेव के दर्शन करने के लिए आते हैं. यहां आने वाले श्रद्धालुओं ने बताय कि यहां का विकास और विस्तार करना चाहिए, ताकि पर्यटन को बढ़ावा मिल सके. लोग दूर-दराज के इलाकों में हिल स्टेशनों पर भ्रमण करने के लिए जाते हैं, लेकिन उन्हें दूर जाने की जगह इस सुंदर जगह पर ही आना चाहिए.