राजस्थान

rajasthan

ETV Bharat / city

कोटा में पतंगबाजी के दौरान मांझा से उलझकर दो दर्जन से ज्यादा पक्षी घायल

कोटा में मकर संक्रांति पर्व पर पतंगबाजी के दौरान चाइनीज मांझा से दो दर्जन से ज्यादा पक्षी उलझ कर घायल हो गए. कई पक्षियों की मौत हो गई है. इस बीच ह्यूमन हेल्पलाइन के सदस्य शहर में घायल पक्षियों को रेस्क्यू करते दिखे.

birds injured during kite flying in Kota
कोटा में पतंगबाजी के दौरान मांझा से उलझकर दो दर्जन से ज्यादा पक्षी घायल

By

Published : Jan 15, 2021, 4:05 AM IST

कोटा.मकर संक्रांति पर्व पर लोगों ने दिनभर पतंगबाजी का लुप्त उठाया. इस दौरान दो दर्जन से ज्यादा पक्षी घायल हो गए और कई मौत की मौत हो गई है. इस पर आज दिन भर ह्यूमन हेल्पलाइन के सदस्य घायल पक्षियों का रेस्क्यू करते दिखे और घायल पक्षियों को पशु चिकित्सालय लेकर गए, जंहा इनका इलाज किया जा रहा है. ह्यूमन हेल्पलाइन के अध्यक्ष मनोज जैन आदिनाथ ने बताया कि सुबह से ही लगातार कंट्रोल रूम में सूचना आ रही थी, जिसमें चाइनीज मांझा और मनोवेट मांझा से घायल हुए पक्षियों को रेस्क्यू किया गया.

यह भी पढ़ें-उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने गहलोत सरकार पर लगाया आरोप, कहा- पंचायती राज संस्थानों को किया पंगु

उन्होंने बताया करीब तीन दर्जन पक्षियों को रेस्क्यू कर अस्पताल में लेकर आए. वहीं इसमें करीब पांच से छह पक्षियों की मौत हो चुकी है. काफी बड़ी संख्या में पक्षियों की घायल होने की सूचना लगातार आ रही है. उन्होंने कहा कि हालांकि पिछले वर्ष की अपेक्षा इस साल कम तादात में पक्षी चपेट में आए थे, क्योकि इस बार चाइनीज मांझे की रोकथाम के लिए कार्रवाई ज्यादा हुई है. इसमें एक ही जगह से 150 चकरी मांझे जब्त हुई है. मनोज जैन ने कहा कि लोगों में थोड़ी सी भी पक्षियों के लिए सवेदनशीलता या पर्यावरण के प्रति जागरूकता है, तो प्रतिबंधित मांझे का उपयोग नहीं करे.

मकर संक्रांति पर पतंगबाजी

मकर संक्रांति पर्व पर दान पुण्य के अलावा पतंगबाजी का विशेष महोत्सव रहता है, लेकिन पतंग उड़ाने के लिए लोग चाइनीज मांझा का इस्तेमाल करते हैं, जिससे इसकी चपेट में आने से कई बेजुबान जानवर चपेट में आने से घायल हो जाते हैं या पक्षियों की मौत हो जाती है. इसको देखते हुए भीमगंजमंडी थाना पुलिस ने थानाधिकारी हर्षराज सिंह खरेड़ा के नेतृत्व में इलाके में जागरूकता रैली निकाली. यह रैली थाना इलाके में घूम कर लोगों को चाइनीज मांझा के इस्तेमाल नहीं करने का सन्देश देते हुए चल रहे थे.

ABOUT THE AUTHOR

...view details