कोटा.यूं तो कांग्रेस के विधायक भरत सिंह अक्सर अपने निशाने पर खनन मंत्री प्रमोद जैन भाया को लेते रहे हैं, लेकिन इस बार कांग्रेस के चिंतन शिविर के ऐन मौके पर उन्होंने मुख्यमंत्री पर लेटर बम फोड़ा (MLA Letter To CM Gehlot) है. विधायक भरत सिंह ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखा है उदयपुर चिंतन शिविर में भ्रष्टाचार पर भी चिंतन करने की मांग उठाई है. इसके साथ ही उन्होंने बिना मंत्री प्रमोद जैन भाया का नाम ले उन्हें खुलेआम भ्रष्टाचार में लिप्त (Mla Bharat Singh On Mines minister) बताया है और मांग की है कि उन्हें पदमुक्त किया जाए.
सीएम को खरी खरी: विधायक सिंह ने सीएम गहलोत को लिखा है कि अवैध खनन के मामले में आपका मौन रहना गांधीवादी विचारधारा के खिलाफ है. गुजारिश की है कि उदयपुर चिंतन शिविर में भ्रष्टाचार पर भी बात करें. लिखा है खनिज मंत्री प्रमोद जैन भाया खुलेआम भ्रष्टाचार में लिप्त हैं उन्हें पद से मुक्त किया जाए. अपनी पत्र को विराम देते हुए उन्होंने लिखा है कि अगर सच बोलना पार्टी के प्रति अनुशासनहीनता मानी जाती है, तो मुझे पार्टी दंडित कर सकती है. इस संबंध में प्रदेश प्रभारी अजय माकन को 1 वर्ष पहले पत्र लिख चुका हूं.
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और क्या है पत्र में: विधायक भरत सिंह ने पत्र मंगलवार को लिखा है. इसमें भ्रष्टाचार को लेकर ढेरों आरोप हैं. जिसमें अवैध खनन का जिक्र सर्वोपरि है. लिखा है- 15 मई से अवैध खनन के खिलाफ प्रदेश सरकार अभियान चलाने की जानकारी उन्हें डिया से मिली है. इसके साथ ही बारां की खान की झोपड़िया गांव का भी नाम लिया है. कहा है कि प्रदेश के खनन माफिया संरक्षण में युद्ध स्तर पर अवैध खनन वहां पर हो रहा है. यहां तक कि इस खान की झोपड़ियां गांव की तुलना उन्होंने मंगल ग्रह से कर दी और बताया कि यह बंजर दिख रहा है. काफी तल्ख शब्दों के साथ उन्होंने अपनी भावनाएं जाहिर की हैं. लिखा है अगर किसी को नर्क का दृश्य देखना है, तो वह खान की झोपड़िया गांव में जाकर देख सकते हैं.
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बारां विधायकों का अवैध खनन से संबंध:विधायक ने लिखा है- ये गांव राजस्व रिकॉर्ड में बारां जिले में है. जबकि कोटा जिले की सीमा में ये गांव होना चाहिए. अपनी बात को पुख्ता करने के लिए उन्होंने संभागीय आयुक्त दीपक नंदी की रिपोर्ट का जिक्र किया है. आगे कहा है- सांगोद विधानसभा की सीमा में बसा हुआ ये गांव है, मैं इसे कोटा जिले में मिलाने की मांग लंबे समय से कर रहा हूं, लेकिन प्रदेश के खनिज मंत्री एवं बारां जिले के दो कांग्रेस विधायक ने मुख्यमंत्री गहलोत को पत्र लिख बारां जिले में ही रखने की मांग की है. इस पत्र का सीधा संबंध अवैध खनन से है. इसमें उन्होंने बारां के कांग्रेस विधायक पानाचंद मेघवाल और निर्मला सहरिया का नाम नहीं लिखा है.