कोटा.देश में ऊंटों की आबादी की बात की जाए तो वह लगातार कम हो रही है. 2012 से लेकर 2019 के बीच करीब डेढ़ लाख ऊंटों की आबादी कम हुई है. इस पर चिंता जताते हुए विधायक भरत सिंह ने एक पत्र चीफ वाइल्ड लाइफ वार्डन मोहन लाल मीणा को लिखा है. जिसमें उन्होंने ऊंटों के घटते हुए संख्या पर चिंता जताते हुए सुझाव दिया है कि जंगल में होने वाली नियमित गश्त के लिए गार्ड को ऊंट दिए जाएं, ताकि वह जंगल की नियमित गश्त इससे कर सकें.
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विधायक भरत सिंह ने 31 मार्च को यह पत्र लिखा है. इसमें वन्य अभ्यारण में गश्त के लिए उसके उपयोग करने की बात कही है. उन्होंने कहा कि प्रदेश में ऊंटों की संख्या लगातार घट रही है. विधानसभा में भी इसके लिए आवाज उठ चुकी हैं. ऊंटों के सवारी के वर्तमान युग में उपयोग नहीं होने के कारण की मांग लगातार कम हो रही है, लेकिन वन्यजीव अभ्यारण में ऊबड़ खाबड़ रास्तों में इनका उपयोग करने में बहुत मददगार होगा.
वर्तमान समय में पढ़े-लिखे गार्ड पैदल गश्त करने में भी शर्म महसूस करते हैं. इस कार्य को ऊंट पर बैठ कर दो गार्ड एक साथ गश्त कर सकते हैं. वन विभाग के रास्ते भी उबड़ खाबड़ रास्तों पर वाहनों के चलने से जल्दी टूट जाते हैं और ईंधन का भी खर्च ज्यादा होता है. जिस प्रकार बीएसएफ में भी ऊंट से गश्त के लिए पाले जाते हैं, उसी तरह से वन और वन्यजीव विभाग भी सहजता से ऊंटों का उपयोग गश्त के लिए कर सकता है.