कोटा. यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल ने फोन टैपिंग मामले में हुई एफआईआर के मुद्दे पर कोई भी बयान देने से मना कर दिया है. उन्होंने कहा मीडिया के सवालों को टालते हुए कहा कि वे पहले एफआईआर देखेंगे, उसके बाद ही इस मुद्दे पर कुछ बोलेंगे. धारीवाल ने यह भी कहा कि फोन टैपिंग मामले पर उन्होंने सार्वजनिक रूप से कोई भी बयान नहीं दिया है.
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फोन टैपिंग मामले में केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र शेखावत ने दिल्ली में एफआईआर दर्ज करवाई है. इसमें प्रदेश के यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल का भी नाम है. कोटा में यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल से मीडिया ने इस मुद्दे पर बात करनी चाही, तो उन्होंने टालते हुए कहा कि वे पहले एफआईआर देखेंगे, उसके बाद ही इस मुद्दे पर कुछ बयान देंगे. यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल ने कहा कि फोन टैपिंग मामले पर उन्होंने सार्वजनिक रूप से तो कोई भी बयान नहीं दिया है. वह विधानसभा में जरूर इस संबंध में बोले हैं जिस पर कोई मुकदमा नहीं बनता है, लेकिन फिर भी वह पहले एफआईआर को पढ़ेंगे और उसके बाद ही इस संबंध में किसी तरह की कोई टिप्पणी करेंगे.
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यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल सर्किट हाउस में रुके थे और प्रदेश के कृषि मंत्री लालचंद कटारिया से मिलने पहुंचे थे, जो कि उम्मीदगंज में कृषि महाविद्यालय के भवन के शिलान्यास कार्यक्रम में जाने वाले थे. इस दौरान मीडिया ने उनसे बातचीत करने की कोशिश की थी. साथ ही सर्किट हाउस में पहले से मौजूद प्रदेश के कृषि मंत्री लालचंद कटारिया ने अन्य मुद्दों पर बातचीत की लेकिन फोन टैपिंग मामले से जुड़े सवालों पर कहा कि यह मुद्दा मेरा नहीं है, मैं इस पर कुछ भी नहीं कहूंगा.