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JEE Advanced 2022 में 30 फीसदी अंक पर मिल सकती है IIT की सीट, 75 फीसदी वाला टॉप 100 में - जेईई एडवांस्ड 2022

जेईई एडवांस्ड 2022 के रविवार को आयोजित हुई परीक्षा का प्रश्न पत्र सोमवार को जारी कर दिया गया. अब स्टूडेंट्स को इंतजार है अपने प्राप्तांकों और उससे मिलने वाली सीट का. एक्सपर्ट का कहना है कि इस परीक्षा में 30 फीसदी अंक अर्जित करने वाले स्टूडेंट को आईआईटी में आसानी से प्रवेश मिल जाता है.

Minimum marks for success in JEE Advanced 2022, know details
JEE Advanced 2022 में 30 फीसदी अंक पर मिल सकती है आईआईटी की सीट, 75 फीसदी वाला टॉप 100 में

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Published : Aug 29, 2022, 4:47 PM IST

Updated : Aug 29, 2022, 9:28 PM IST

कोटा. देश के सबसे प्रतिष्ठित इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा जेईई एडवांस्ड 2022 रविवार को संपन्न हो गई. इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी बॉम्बे ने सोमवार सुबह प्रश्न पत्र भी जारी कर दिए हैं. विद्यार्थी इन प्रश्न पत्रों के आधार पर अपने अंकों की गणना कर सकते हैं. विद्यार्थियों को उत्सुकता है कि उन्हें कितने अंक मिलेंगे और कितने अंक पर आईआईटी की सीट मिल सकती (Minimum marks for success in JEE Advanced 2022) है.

एजुकेशन एक्सपर्ट देव शर्मा ने बताया कि क्वेश्चन पेपर्स का लेवल बीते साल जैसा ही है. ऐसी स्थिति में ऑल इंडिया रैंक पैटर्न भी बीते साल जैसा ही रहने की संभावना है. पिछले 3 सालों के आंकड़ों के अनुसार विद्यार्थियों को जेईई एडवांस्ड में सफलता के लिए महज 30 फीसदी अंकों की ही जरूरत रही है. वहीं विद्यार्थी लगभग 55 फीसदी अंक लाता है, तो वह टॉप 1000 ऑल इंडिया रैंक (AIR) लाने में सफल हो जाता (Minimum marks for top 1000 rank) है. जिसके आधार पर उसे टॉप आईआईटी में टॉप ब्रांच आवंटित हो सकती है.

देव शर्मा ने क्या कहा

पढ़ें:JEE Advanced 2022, IIT Bombay ने जारी किए प्रश्न पत्र, 3 सितंबर को Answer Key होगी जारी

शर्मा ने बताया कि 75 फीसदी अंक प्राप्त करने पर तो विद्यार्थी टॉप 100 ऑल इंडिया रैंक (AIR) प्राप्त करने में सफल हो जाता (Minimum marks for top 100 rank) है. जेईई एडवांस्ड के जरिए देश के 23 आईआईटी में बीटेक, इंटीग्रेटेड एमटेक व डुएल डिग्री कोर्सेज की करीब 16 हजार सीटें उपलब्ध हैं.

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बीते तीन साल के आंकड़े का ट्रेंड :

  • साल 2021 में 360 अंक का पेपर था, 348 वाले को मिली पहली रैंक, अंक प्रतिशत 96.66. 101 ऑल इंडिया रैंक वाले विद्यार्थी के अंक 79 फीसदी यानी 285 थे. इसी तरह 1001 एआईआर वाले विद्यार्थी के अंक 58.8 फीसदी यानी 212 थे. वहीं 16001 रैंक वाले स्टूडेंट के 25.97 फीसद यानी 91 अंक थे.
  • साल 2020 में 396 अंक का पेपर था, पहली रैंक के स्टूडेंट के 88.88 प्रतिशत 352 अंक मिले थे. 101 ऑल इंडिया रैंक वाले विद्यार्थी के अंक 70 फीसदी यानी 279 थे. इसी तरह 1001 एआईआर वाले विद्यार्थी को 53 फीसदी अंक यानी 210 थे. वहीं 16001 रैंक वाले स्टूडेंट के 24.74 फीसद यानी 98 अंक थे.
  • साल 2019 में 372 अंक का पेपर था, पहली रैंक के स्टूडेंट के 346 अंक यानी 93 फीसदी अंक मिले थे. 101 ऑल इंडिया रैंक वाले विद्यार्थी के अंक 72 फीसदी यानी 270 थे. इसी तरह 1001 एआईआर वाले विद्यार्थी के अंक 55.37 फीसदी यानी 206 थे. वहीं 16001 रैंक वाले स्टूडेंट के 30.37 फीसद यानी 114 अंक थे.

पढ़ें:जेईई एडवांस्ड के स्टूडेंट्स बोले, हमारे भविष्य के साथ खिलवाड़, कंप्यूटर की खराबी से IIT सीट को खतरा

पहली से अंतिम रैंक के स्टूडेंट्स में अंक व प्रतिशत में अंतर

साल कुल अंक पहली रैंक (1) अंतिम रैंक (16001)
2021 360 348/96.66 91/25.27
2020 396 352/88.88 98/24.74
2019 372 346/93.00 113/ 30.37
Last Updated : Aug 29, 2022, 9:28 PM IST

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