कोटा.शहर में कोरोना मरीजों को एमबीएस और रेलवे अस्पताल में भी भर्ती किया जा रहा था, लेकिन अब मरीजों की संख्या में कमी आ रही है. बीते 7 दिनों में जहां पर 795 कोविड-19 के केस की कोटा जिले में रिपोर्ट हुए हैं. जबकि जब दूसरी लहर का पीक के समय यह संख्या 8,000 से भी ज्यादा हुआ करती थी.
बता दें कि महाराव भीमसिंह चिकित्सालय और रेलवे हॉस्पिटल दोनों जगह पर कोरोना मरीजों की भर्ती बंद कर दी गई है. यहां तक कि आस-पास के जिलों से रेफर आने वाले मरीजों को भी नए अस्पताल में ही रखा जा रहा है. एमबीएस अस्पताल और रेलवे हॉस्पिटल में यहां के जो स्टाफ मेडिकल कॉलेज से लगाया गया था, वह वापस भेजा जाएगा. एमबीएस अस्पताल में 2 महीने से बंद सर्जरी भी अब शुरू की जाएगी. साथ ही अन्य विभागों की ओपीडी जो यहां से रामपुरा हॉस्पिटल में शिफ्ट कर दी गई थी, उन्हें भी वापस लाया जाएगा.
शुरू होगी इलेक्टिव सर्जरी, अन्य रोगी भी होंगे भर्ती
कोरोना के मरीज बढ़ने से एमबीएस अस्पताल में भी भर्ती मरीजों की शुरू कर दी गई थी. मेडिकल कॉलेज प्रबंधन ने पहले ही निर्णय लेते हुए इलेक्टिव सर्जरी बंद कर दी गई थी. सभी ऑपरेशन रोक दिए गए थे. केवल इमरजेंसी में ही गंभीर मरीजों या एक्सीडेंट के केस में ऑपरेशन किए जा रहे थे. अब सभी को रूटीन की तरह संचालित करना होगा. इसके लिए एमबीएस अस्पताल को कोविड-19 फ्री बनाया जा रहा है.