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SPECIAL : कोटा के मंडाना सिमलिया, बारां के फतेहपुर टोल पर फास्टैग फेल...NHAI की कोशिशों के बावजूद कैश की किच-किच जारी

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Published : Jan 10, 2021, 7:38 PM IST

कोटा जिले के मंडाना, सिमलिया और बारां जिले के फतेहपुर टोल प्लाजा से गुजरने वाले आधे वाहन कैशलेस टोल नहीं चुका रहे हैं. वाहनों के गुजरने के प्रतिशत की बात की जाए तो मंडाना से 50 फीसदी, सिमलिया से 53 फीसदी और फतेहपुर से 64 फीसदी वाहन ही फास्टैग का उपयोग कर रहे हैं. 15 फरवरी से फास्टैग अनिवार्य हो जाएगा. देखिये यह रिपोर्ट...

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आधे वाहन ही फास्टैग से चल रहे हैं

कोटा. नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने 1 जनवरी से फास्टैग की अनिवार्यता लागू की थी. लेकिन इसे 15 फरवरी तक टाल दिया है. इस नियम के लागू हो जाने के बाद फास्टैग के बिना गुजरने वाले वाहनों को दोगुना टोल देना होगा. हालांकि इसके बावजूद कोटा के टोल प्लाजा पर 76 फ़ीसदी टोल कलेक्शन फास्टैग के जरिए हो रहा है. अभी भी 24 फ़ीसदी टोल लोग नगद भुगतान ही कर रहे हैं.

NHAI की कोशिशों के बावजूद कैश की किच-किच जारी

कोटा जिले के मंडाना, सिमलिया और बारां जिले के फतेहपुर टोल प्लाजा पर से गुजरने वाले आधे वाहन फास्टैग का उपयोग नहीं कर रही हैं. फतेहपुर से गुजरने वाले 2 हजार वाहनों में से 750 नगद भुगतान कर रहे हैं. इसी तरह से सिमलिया से यहां 3000 वाहन फास्टैग से भुगतान कर रहे हैं, तो 2700 नगद दे रहे हैं. मंडाना टोल प्लाजा में 5000 फास्टैग तो 5000 नगद भुगतान कर रहे हैं. वाहनों के गुजरने का प्रतिशत की बात की जाए तो मंडाना से 50 फ़ीसदी, सिमलिया से 53 और फतेहपुर से 64 फ़ीसदी वाहन ही फास्टैग का उपयोग कर रहे हैं. जबकि नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया इसके लिए सतत प्रयास कर रहा है. लगातार टोल प्लाजा पर भी लोगों से समझाइश की जा रही है. वहां के कार्मिक और इंजीनियर भी इस बारे में लोगों से बात करते हैं.

38 फीसदी वाहन नगद कर रहे भुगतान

एनएचएआई के कोटा पीआईयू के अधीन आने वाले 6 टोल प्लाजा पर से करीब दिन भर में 32 हजार छोटे-बड़े व्हीकल गुजरते हैं. इनमें से 20000 ही फास्टैग के जरिए अपना भुगतान करते हैं, जबकि 12000 व्हीकल नगद भुगतान कर रहे हैं. यानी 38 फ़ीसदी वाहन अभी भी फास्टैग का उपयोग नहीं कर रहे हैं. ऐसे वाहन चालकों को 15 फरवरी के बाद दोगुना टोल चुकाना पड़ सकता है.

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1 दिन में 50 लाख की टोल वसूली

एनएचएआई के कोटा पीआईयू के अधीन छह टोल प्लाजा आते हैं. ये प्लाजा दो हाईवे पर स्थित हैं. इनमें पहला टोल प्लाजा नेशनल हाईवे 52 पर बूंदी जिले में किशोरपुरा का है. इसके बाद कोटा जिले के मंडाना और झालावाड़ जिले के मैथून में भी नेशनल हाईवे 52 पर टोल प्लाजा स्थापित है. कोटा जिले में नेशनल हाईवे 27 पर हैंगिंग ब्रिज पर दो टोल प्लाजा सकतपुरा और नयागांव में हैं. इसके बाद सिमलिया में भी टोल प्लाजा है. उसके बाद बारां जिले के फतेहपुर में भी एक टोल प्लाजा स्थापित है.

हैंगिंग ब्रिज पर लग जाता है जाता है जाम

नेशनल हाईवे 27 पर हैंगिंग ब्रिज के दोनों छोर नयागांव और सकतपुरा कर दो टोल प्लाजा बने हुए हैं. यहां पर टोल प्लाजा का निर्माण नहीं होने के चलते अभी दो लाइन का अस्थाई टोल प्लाजा बनाया हुआ है. इसके चलते भारी वाहन यहां से गुजरते हैं और एक वाहन अगर कैश लेन-देन करता है तो लगभग 1 मिनट का समय लग जाता है. इसके चलते लंबी कतारें यहां लग जाती हैं. हालांकि यहां पर 150 के आसपास ही वाहन नगद का भुगतान कर रहे हैं. कई बार इस बात को लेकर यहां पर झगड़े भी हुए हैं. क्योंकि एंबुलेंस, इमरजेंसी व्हीकल, दमकल और पुलिस के वाहन बीच में फंस जाते हैं.

1 दिन में गुजरने वाले वाहन और उनसे टोल कलेक्शन

टोल प्लाजा फास्टैग वाहन राशि नगद भुगतान वाहन राशि
किशोरपुरा 4966 1429230 2347 294650
फतेहपुर 1367 314020 748 127835
सिमलिया 3013 335590 2660 250170
मैथून 1525 154485 700 37635
हैंगिंगब्रिज 4171 892900 142 32230
मंडाना 5018 562135 4950 437090

(यह डाटा 28 दिसंबर का है.)

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