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कोटा नगर निगम की लापरवाही, खतरे में गोवंश की जान

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Published : Jul 30, 2020, 3:49 PM IST

कोटा नगर निगम द्वारा संचालित कायन हाउस में इन दिनों गंदगी का अंबार लगा हुआ है. हाउस में जगह-जगह कीचड़ और गंदगी से गोवंश परेशान हो रही हैं. ऐसे में कई गोवंश तो मरणासन्न अवस्था में पहुंच चुकी हैं.

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कायन हाउस में कई गायें मरणासन्न हाउस में

कोटा.कोटा नगर निगम द्वारा संचालित कायन हाउस परिसर में कीचड़ और गंदगी जमा होने से वहां रखी गई गोवंश परेशान हो रही हैं. यहां की स्थिति को देखते ही पूर्व पार्षद ब्रजेश शर्मा नगर निगम के अधिकारियों पर भड़क उठे. उन्होंने कहा कि नकारे नगर निगम के इस ओर ध्यान नहीं देने से यहां की हालात दर से बदतर होती चली जा रही है. जल्द ही संभागीय आयुक्त को यहां के हालत से अवगत कराया जाएगा.

पूर्व पार्षद ने कहा कि मवेशियों को हरा चारा तो दूर जगह-जगह कीचड़ होने से गोवंश को बैठने तक कि जगह नहीं है. वहीं कई जगह टिन शेड तक टूटे होने से बरसात आने पर उनको छिपने तक की जगह नहीं मिलती. कुछ मिलाकर कहें तो इस कायन हाउस की हालत दयनीय हो चुकी है.

कायन हाउस में कई गायें मरणासन्न हाउस में

800 से ज्यादा हैं गोवंश

नगर निगम के कायन हाउस में शहर भर से पकड़कर आवारा मवेशियों को कायन हाउस में रखा जाता है. उसके बाद इनको बंदा स्थित गौशाला में भेजा जाता है. वहीं अभी करीब 800 के आसपास गोवंश कायन हाउस में रखी गई हैं.

कायन हाउस में जगह-जगह कीचड़ और गंदगी का ढेर

नगर निगम के कायन हाउस में जगह-जगह गंदगी और कीचड़ के ढेर लगे हुए हैं. वहीं बरसात का पानी भरा होने से गोवंश को बैठने तक कि जगह नहीं है. इसके अलावा यहां कई गायें मरणासन्न अवस्था में पहुंच चुकी हैं. पूर्व पार्षद का कहना है कि नगर निगम प्रशासन की अनदेखी के चलते गोवंश की यह दुर्दशा हो रही है. वहीं यहां बीमार गायों को देखने वाला डॉक्टर तक नहीं है और न ही इनके इलाज के लिए पर्याप्त दवाएं उपलब्ध हैं.

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समाजसेवी कृष्णकांत माहेश्वरी ने बताया कि जब यहां आकर हालात देखे तो इसमें टिन शेड लगाने का मन में विचार आया, जिससे गोवंश बैठ तो सकें. इसके लिए समाजसेवियों के द्वारा टिन शेड लगाने का प्रयास किया जा रहा है. साथ ही गोवंश के लिए हरे चारे की भी व्यवस्था की जा रही है.

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