राजस्थान

rajasthan

ETV Bharat / city

लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला की छोटी बेटी का सिविल सर्विस में चयन, पहले ही प्रयास में सफल - om birla

लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला की बेटी अंजलि बिरला का सिविल सेवा में चयन हो गया है. अंजलि, ओम बिरला और डॉ. अमिता बिरला की छोटी बेटी है. यूपीएससी की ओर से सोमवार को जारी सूची में नाम आने के बाद उनके शक्ति नगर स्थित निवास पर बधाई देने वालों का तांता लग गया.

lok sabha speaker om birla,  anjali birla
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला की बेटी अंजलि बिरला का सिविल सर्विस में चयन

By

Published : Jan 4, 2021, 10:26 PM IST

Updated : Jan 5, 2021, 8:38 AM IST

कोटा. लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला की बेटी अंजलि बिरला ने संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की परीक्षा में सफलता प्राप्त की है. अंजलि बिरला ओम बिरला और डॉ. अमिता बिरला की छोटी बेटी है. यूपीएससी की ओर से सोमवार को जारी सूची में नाम आने के बाद उनके शक्ति नगर स्थित निवास पर अंजलि को बधाई देने वालों का तांता लग गया.

लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला की बेटी अंजलि बिरला का सिविल सर्विस में चयन

मीडिया से बातचीत करते हुए अंजलि बिरला ने बताया कि उन्होंने कोटा के निजी स्कूल से आर्टस में 12वीं पास की और दिल्ली के रामजस काॅलज से पाॅलिटिकल साइंस (ऑनर्स) की पढ़ाई की है. इसके बाद उन्होंने एक साल दिल्ली में रहकर ही यूपीएससी की तैयारी की. पहले ही प्रयास में सफलता मिलने का श्रेय अंजलि ने अपनी बड़ी बहन आकांक्षा बिरला को दिया. अंजलि ने कहा कि तैयारी के दौरान उनकी बड़ी बहन ने उसको मोटिवेट किया.

पढ़ें:मुख्यमंत्री ने दिया खिलाड़ियों को बड़ा तोहफा...ओलम्पिक में स्वर्ण जीतने पर मिलेंगे तीन करोड़ रुपए

अंजलि ने कहा कि परीक्षा के दौरान उनको परिवार का पूरा सहयोग रहा. उन्होंने बताया कि वो प्रतिदिन 10 से 12 घंटे पढ़ती थी. अंजलि के पास पाॅलीटिकल साइंस और इंटरनेशनल रिलेशन्स विषय थे. परिवार में राजनीतिक माहौल होने के बाद भी प्रशासनिक सेवा में जाने के सवाल पर अंजलि ने कहा कि पिता राजनीतिज्ञ हैं, मां चिकित्सक हैं, परिवार के सभी अन्य सदस्य भी किसी न किसी रूप में सामाजिक सेवा के क्षेत्र से जुड़े हैं. वो भी अपनी मेहनत से स्वयं के पैरों पर खड़ी होकर परिवार से अलग एक नए क्षेत्र में समाज की सेवा करना चाहती थीं. इसी कारण उन्होंने यूपीएससी परीक्षाओं का रूख किया.

अंजलि ने कहा 'वे किसी भी विभाग से जुड़कर सेवा देने को तैयार हैं. अगर उन्हें महिला सशक्तीकरण के लिए काम करने का मौका मिलेगा तो ज्यादा खुशी मिलेगी. उन्होंने कहा कि कोटा में अभिभावक आम तौर पर बच्चों को बायोलाॅजी और मैथ्स लेने के लिए ही प्रेरित करते हैं, जबकि इन दोनों विषयों के इतर भी बहुत बड़ी दुनिया है. मेरा प्रयास रहेगा कि यहां भी न सिर्फ युवाओं बल्कि उनके अभिभावकों को भी अन्य विषयों का चयन कर एक नई दुनिया की खोज करने को प्रेरित कर सकूं'.

Last Updated : Jan 5, 2021, 8:38 AM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details