कोटा.मध्य प्रदेश के दमोह से जेईई एंट्रेंस की तैयारी करने आए एक छात्र के हॉस्टल के बाथरूम में आत्महत्या (Student Hang Himself in kota) करने का मामला सामने आया है. पढ़ाई के दौरान छात्र को लड़के से प्रेम हो गया था. छात्र ने सुसाइड नोट में भी समलैंगिक संबंध होने की बात स्वीकार करते हुए इस बारे में लिखा है. उसने यह भी लिखा कि उसका प्यार सच्चा था. ऐसे में छात्र के समलैंगिक होने की बात सामने आ रही है. मामले में फिलहाल पुलिस और जानकारी जुटाने का प्रयास कर रही है. सुसाइड की खबर मिलने पर मृत छात्र के परिजन भी आज दमोह से कोटा पहुंच गए थे. पोस्टमार्टम कराने के बाद मृत छात्र के शव का पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया है.
पोस्टमार्टम करवाने पहुंचे जवाहर नगर थाने के एएसआई ओमप्रकाश ने बताया कि मध्य प्रदेश के दमोह का रहने वाला 16 वर्षीय प्रथम जैन 1 जून को ही कोटा इंजीनियरिंग एंट्रेंस की तैयारी करने आया था. वो ग्यारहवीं का छात्र था और कोटा के निजी कोचिंग संस्थान में पढ़ाई कर रहा था. प्रथम ने हॉस्टल रूम के बाथरूम में ही फंदा लगाकर सुसाइड कर लिया. छात्र ने सुसाइड नोट में किसी लड़के से प्रेम संबंध होने की बात लिखी है. ऐसे में उसके समलैंगिक होने की बात सामने आ रही है. हालांकि यह जांच का विषय है. इस पूरे मामले की जांच करवाई जाएगी. सूचना पर उच्चाधिकारियों को भी दी जाएगी.
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पेशे से डॉक्टर हैं लड़के के पिता
लड़के के पिता पेशे से डॉक्टर हैं. उनकी एक लड़की भी है. प्रथम ने सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन से दसवीं की परीक्षा बीते दिनों ही 94 फीसदी अंकों के साथ पास की थी. पढ़ाई में भी वह काफी अच्छा बताया जा रहा था. कोटा आने के बाद से उसके पिता और अन्य परिजनों ने मीडिया कर्मियों से दूरी बनाए रखी है और कुछ भी कमेंट करने से इनकार कर दिया. हॉस्टल संचालक दीपक चौधरी का कहना है कि लड़का जून महीने में ही कोटा में आया है. साथ ही उनका कहना है कि सुसाइड नोट में लड़के से प्यार होने की बात लिखी है, वह सही है. लड़के को कोटा आए हुए 2 महीने ही हुए थे, जबकि प्रेम संबंध का मामला पुराना है.
सुसाइड नोट में लिखी ये बात:प्रथम के शव के पास सेसुसाइड नोट भी मिला है. जिसे उसने अपने मां पिता के नाम लिखा है. ठीक से पढ़ाई नहीं कर पाने का दर्द बयां करते इस खत में उसने अपने मम्मी पापा से माफी मांगी है. लिखा है- सॉरी मम्मी पापा, मैं आपकी उम्मीदों पर खरा नहीं उतर पाया हूं.
दोपहर से बाहर नहीं निकला था प्रथम: जवाहर नगर थानाधिकारी रामकिशन ने बताया कि उन्हें शुक्रवार रात 10:30 बजे कोचिंग छात्र के आत्महत्या की सूचना मिली थी. इसके बाद महावीर नगर प्रथम स्थित शांतिकुंज हॉस्टल पहुंचे, जहां पर वो रहता था. प्रथम को अंतिम बार शुक्रवार सुबह 10:30 बजे साथी छात्रों ने देखा था. दूसरे छात्र उसे दोपहर में बुलाने भी गए थे. दरवाजा खटखटाया लेकिन अंदर से कोई रिस्पॉन्स नहीं मिला तो उन्होंने सोचा कि वो आराम कर रहा होगा. शाम को भी वह खाना खाने के लिए नहीं पहुंचा. तब बच्चों को शक हुआ और उन्होंने हॉस्टल संचालक को इस बारे में इत्तला दी. उसने इसकी पड़ताल शुरू की और खिड़की से देखा तो पाया कि प्रथम का शव फंदे से झूल रहा था.