कोटा.जिला ग्रामीण पुलिस प्रदेश में डीजीपी स्तर पर होने वाली रैंकिंग में अक्सर अव्वल रहती है. साथ ही प्रदेश में कई बार कोटा ग्रामीण पुलिस पहले स्थान पर भी जगह बनाई है, लेकिन इस बार जिला विशेष टीम की कार्रवाई को लेकर एटीएस और एसओजी ने रैंकिंग जारी की है. जिसमें जिला ग्रामीण पुलिस पांचवें नंबर पर रही है. इसके अलावा कोटा शहर पुलिस 35वें नंबर पर है.
इसी मामले में कोटा ग्रामीण एसपी शरद चौधरी ने शुक्रवार को डीएसटी टीम को सम्मानित किया. साथ ही डीएसटी टीम के प्रभारी राम लक्ष्मण गुर्जर और उनके अधीनस्थ कार्य करने वाले 11 पुलिस कार्मिकों को प्रशस्ति पत्र सौंपे हैं.
कोटा ग्रामीण एसपी शरद चौधरी का कहना है कि इस बार वो पांचवें नंबर पर आए हैं, लेकिन आगे इस रैंकिंग में और सुधार किया जाएगा. एसपी चौधरी ने बताया कि हाड़ौती संभाग का सबसे बड़ा सट्टा हमने पकड़ा था. जिसमें 13 लाख रुपए भी बरामद किए थे. इसके अलावा इस मामले में दूसरे जिलों से भी लोग सट्टा खेलने आए हुए थे. वहीं टोंक पुलिस का एक कॉन्स्टेबल भी इस मामले में पकड़ में आया था. उसके अलावा अयाना थाने में पति ने पत्नी की हत्या कर दी थी, वह मामले में भी कोई क्लू नहीं था, लेकिन पूरे मामले को खोला गया है. साथ ही कई महत्वपूर्ण केस पर वर्कआउट किए गए हैं.
हाल ही में एक 5 हजार का इनामी स्टैंडिंग वारंटी को पकड़ा है, जो कि डकैती लूट के मामले में फरार था. साथ ही इटावा एरिया में डकैती, लूट और पुलिस पर हुए हमले के मामले में भी अच्छी कार्रवाई पुलिस ने की थी. जिसमें झालावाड़ जिले की कंजर गैंग को पकड़ा गया था. इसके साथ ही 219 किलोग्राम डोडा चूरा भी पकड़ा था. साथ ही पेट्रोल पंप लूट की योजना बनाते हुए मुख्य गैंग के सदस्यों को गिरफ्तार किया था. वहीं 315 पेटी अवैध शराब भी बरामद की थी.