कोटा.शहर पुलिस ने स्थाई वारंटी पकड़ने के लिए एक ऑपरेशन हंट चलाया हुआ है. जिसके तहत सभी थाना पुलिस इन्हें पकड़ने के लिए प्रयास कर रही है. इसी तरह से शहर के रेलवे कॉलोनी थाना पुलिस ने साल 2014 से फरार एक स्थाई वारंटी को पकड़ने उसके गांव झालावाड़ गई, जहां उसके परिजनों ने 2 साल पहले ही उसके मृत होने की बात कही. इस बात का समर्थन पड़ोसियों ने भी किया.
स्थाई वारंटी को पकड़ने गई पुलिस को परिजनों ने बताया मृत इस दौरान जब पुलिस को शक हुआ तो पुलिस ने इसकी जांच-पड़ताल शुरू की तो वारंटी पास के ही एक गांव में मजदूरी करता हुआ मिला, जहां से उसे पकड़ कर कोटा लाया गया. जानकारी के अनुसार साल 2014 में रेलवे कॉलोनी थाना पुलिस ने 100 ग्राम स्मैक के साथ आरोपी राकेश मेहर को पकड़ा था, जो कि झालावाड़ जिले के घाटोली गांव का निवासी था.
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इस मामले में लंबे समय से आरोपी फरार चल रहा था और उसके स्थाई वारंट भी जारी हुए थे. इसके लिए रेलवे कॉलोनी थाना एसएचओ हंसराज मीणा ने एक टीम भी गठित की, जिसमें 8 कांस्टेबल रामप्रताप सिंह राजावत, सुदामा और अमित की एक टीम बनाकर उसे पकड़ने के लिए भेजा. इस दौरान जब पुलिस टीम जब घाटोली पहुंची तो उसके पिता नारायण लाल ने कहा कि उसकी 2 साल पहले ही मौत हो चुकी है.
इतना ही नहीं उसके अन्य परिजन एवं पड़ोसियों ने भी इस बात को सच बताया. लेकिन इस पर जब टीम को अंदेशा हुआ तो तलाश के लिए ढूंढा गांव पहुंची, जहां राकेश की पत्नी ने भी यही बात पुलिस को बताया कि उसकी मौत हो गई है.
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इसके बाद अन्य लोगों से पूछताछ करने पर सामने आया कि वह असनावर में रहने लग गया है. ऐसे में पुलिस असनावर गांव पहुंची. जहां वह एक सरकारी निर्माण साइट पर मजदूरी करता मिला. जिसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया. मंगलवार को आरोपी को न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया है.