कोटा. जिले के मेडिकल कॉलेज में एक बार फिर प्लांड, इलेक्टिव और रूटीन ऑपरेशन बंद कर दिए गए हैं. अब केवल इमरजेंसी के ही ऑपरेशन कोटा मेडिकल कॉलेज में होंगे. मेडिकल कॉलेज कोटा के कार्यवाहक प्राचार्य डॉ. शिव कुमार ने सभी विभागाध्यक्ष उनको पत्र जारी किया है. जिसमें प्रमुख चिकित्सा सचिव के निर्देशों का हवाला देते हुए इमरजेंसी के अलावा सभी तरह के ऑपरेशन स्थगित करने को कहा है.
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इसके लिए पूरी गाइडलाइन भी एचओडी और फैकल्टी को जारी कर दी गई है. ताकि मेडिसिन और एनेस्थीसिया विभाग में सीनियर प्रोफेसर से लेकर सीनियर रेजिडेंट तक सभी चिकित्सकों को एक्टिव कोविड-19 ड्यूटी में लगाया जा सके. हालांकि इस निर्णय से मरीजों का परेशान होना स्वभाविक है. जिन मरीजों को ऑपरेशन की जरूरत है उन्हें या तो निजी अस्पतालों का दरवाजा खटखटाना होगा या फिर बीमारी को साथ लेकर कुछ दिन और चलना होगा.
जून में शुरू हुए थे दोबारा ऑपरेशन
मेडिकल कॉलेज कोटा के एमबीएस अस्पताल और जेकेलोन में रोज प्लांड 15 से 25 ऑपरेशन होते हैं. जबकि लॉकडाउन के दौरान सर्जरी बंद कर दी गई थी. ऐसे में महज 5 से 7 सर्जरी ही हो रही थी. जिसके अनुसार महीने में महज 200 ऑपरेशन ही हो पा रहे थे. हालांकि जून महीने में कॉविड 19 के केस कम होने पर मेडिकल कॉलेज कोटा में दोबारा सर्जरी शुरू कर दी गई थी 8 जून के आसपास ऑपरेशन रूटीन में आ गए थे. अब दोबारा सर्जरी पर ब्रेक लगा दिया गया है.
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मेडिकल कॉलेज के नए अस्पताल को कोविड-19 डेडीकेटेड हॉस्पिटल बनाया हुआ है. ऐसे में वहां संचालित होने वाले सभी विभाग एमबीएस अस्पताल में शिफ्ट कर दिए गए हैं. यहां पर ही इमरजेंसी को भी अटेंड किया जा रहा है. रूटीन के ऑपरेशन शुरू होने के बाद अस्पताल पर दबाव काफी बढ़ गया था. वहीं, लगातार चिकित्सक, रेजिडेंट और नर्सिंग स्टाफ भी कोविड-19 से संक्रमित हो रहे हैं. मरीजों की संख्या बढ़ने से स्टाफ की भी डिमांड आने लगी थी. इसके चलते ही राज्य सरकार ने रूटीन, प्लांड और इलेक्टिव सर्जरी पर ब्रेक लगा दिया है.