कोटा.शहर के झालावाड़ रोड स्थित कोटा हार्ट इंस्टिट्यूट के श्रीजी अस्पताल की मुसीबतें कम होने का नाम ही नहीं ले रही है. अस्पताल के प्रबंधक राकेश जिंदल, चिकित्सक डॉक्टर बीएल मीणा नर्सिंग कर्मचारी मनोज रेगर, राकेश रेगर, अस्पताल के अन्य निदेशकों, मैनेजर और नर्सिंग स्टाफ सुपरवाइजर के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है. अब इसमें एक और पीड़ित सामने आया है.
पीड़ित का आरोप है कि अस्पताल में उसके पिता को भी नकली दवाई लगाई गई, जिसके चलते उनकी मौत हो गई. पीड़ित स्टेशन इलाके का रहने वाला है, जिसके पिता भी कोविड-19 से पीड़ित होने के बाद इस अस्पताल में भर्ती थे.
स्टेशन इलाके में रहने वाले रिटायर रेलवे कार्मिक ओमप्रकाश जैन के पुत्र संजय जैन ने भी पिता की मौत के बाद अस्पताल पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उनका कहना है कि उनके पिता को भी पानी वाले इंजेक्शन लगाए गए और गलत दवाइयां दी गई. उन्होंने कहा कि इसको लेकर अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई जाएगी. उन्होंने कहा कि उनके साथ धोखाधड़ी की गई है. जैन ने कहा कि जिस वार्ड में मनोज रेगर की ड्यूटी लगी थी, उसी वार्ड में उनके पिता भर्ती थे.