कोटा. कोरोना संक्रमित मरीजों को घर से अस्पताल पहुंचाने के लिए अधिग्रहित एंबुलेंस चालकों और मालिकों ने मंगलवार को हड़ताल कर दी. हड़ताल के बाद अब कोरोनावायरस पॉजिटिव मरीजों को घरों से अस्पताल ले जाने की व्यवस्था भी फिलहाल ठप हो गई. ड्राइवर और एंबुलेंस मालिकों का कहना है कि चार माह से भुगतान न किए जाने से घर चलाना भी मुश्किल हो गया है.
जिला प्रशासन ने कोरोना संक्रमित मरीजों को घर से अस्पताल पहुंचाने के लिए एंबुलेंस अधिग्रहित की हुईं हैं. आज सभी एंबुलेंस चालकों व मालिकों ने हड़ताल कर दी है. एंबुलेंस संचालकों ने आरोप लगाया है कि अप्रैल में एंबुलेंस अधिग्रहित की गई थी, जिसके बाद से आज तक उनको भुगतान नहीं किया गया है. इन लोगों का यह भी कहना है कि भुगतान नहीं होने के चलते ड्राइवर और एंबुलेंस मालिक के परिवार के सामने आर्थिक संकट खड़ा हो गया है. हड़ताल के कारण कोरोना पॉजिटिव मरीजों को घरों से अस्पताल ले जाने की व्यवस्था भी डगमगा गई है.
जिला कलेक्टर और आला अधिकारियों से भी मिले...
एंबुलेंस संचालक श्याम नामा का कहना है कि वह इस भुगतान की मांग को लेकर जिला कलेक्टर उज्जवल राठौड़ से लेकर कई आला अधिकारियों तक से मिल चुके हैं. उन्होंने पहले भी इस तरह की मांग उठाई थी और भुगतान करवाने का ज्ञापन दिया था. अप्रैल माह से ही उन्हें भुगतान नहीं मिला है. एंबुलेंस लोन पर भी ली हुई है, जिसकी किस्त भरने समेत अन्य खर्च भी हो रहे हैं.