कोटा. भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) कोटा की टीम ने जिले के सुल्तानपुर पंचायत समिति में बड़ी कार्रवाई (Kota ACB Team Caught Development Officer) करते हुए कार्यवाहक विकास अधिकारी को 50 हजार रुपए की रिश्वत की राशि के साथ गिरफ्तार किया है. आरोपी कार्यवाहक विकास अधिकारी विश्राम मीणा यह राशि ठेकेदार के बिलों को पास करने की एवज में मांग ले रहे थे. ठेकेदार ने इंटर लॉकिंग का काम सुल्तानपुर पंचायत समिति में किया था. विश्राम मीणा कनिष्ठ अभियंता के तौर पर सुल्तानपुर पंचायत समिति में कार्यरत हैं और उनके पास ही अतिरिक्त चार्ज भी विकास अधिकारी का है. आरोपी विश्राम मीणा ने रिश्वत की राशि सुल्तानपुर पंचायत समिति परिसर स्थित अपने सरकारी आवास पर ली है.
ACB कोटा देहात की अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रेरणा शेखावत ने बताया कि उन्हें हरविंदर सिंह और उनकी फर्म में बतौर मुंशी काम करने वाले ओमप्रकाश ने शिकायत प्रस्तुत की थी. जिसमें बताया था कि उनकी फर्म शिवांग और वंश एंटरप्राइजेज सुल्तानपुर पंचायत समिति में चल रहे निर्माण कार्यों में सामग्री सप्लाई का काम करने में जुटी हुई है. इसी के तहत बमोरी ग्राम पंचायत के ककरावदा में श्मशान मार्ग पर इंटरलॉकिंग का कार्य चल रहा है. इस निर्माण का काम विश्राम मीणा ने रुकवा दिया था. जब परिवादी उससे मिलने पहुंचे, तब उन्होंने निर्माण सामग्री को पास करने की एवज में एक लाख रुपए की रिश्वत मांगी.
इस मांग का सत्यापन 2 फरवरी 2022 को करवाया गया, जिसमें रिश्वत मांगने (Kota ACB Team Caught Development Officer) की बात सत्यापित हो गई. इसके बाद में आज ट्रेप कार्रवाई का आयोजन किया गया. जहां भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की टीम ने मीणा को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया. हालांकि सुल्तानपुर पंचायत के विकास अधिकारी मीणा के विषय में काफी समय से उच्च अधिकारियों को शिकायत भी मिल रही थी.