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कोटा: ACB ने 3 सरकारी कार्मिकों को 13 हजार की रिश्वत लेते पकड़ा, ADM भी संदेह के दायरे में

बारां जिले के शाहबाद में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) की टीम ने बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है. टीम ने एडीएम सहरिया विकास (ADM Sahariya Development) के वरिष्ठ कार्यालय सहायक, सहरिया आश्रम छात्रावास के अधीक्षक और एकलव्य मॉडल रेजिडेंशियल स्कूल (Eklavya Model Residential School) के शिक्षक को रिश्वत के मामले में गिरफ्तार किया है.

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एसीबी कोटा की शाहबाद में बड़ी कार्रवाई

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Published : Jun 16, 2020, 4:58 PM IST

कोटा.कोटा ACB की टीम ने बारां जिले के शाहबाद में बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है. टीम ने एडीएम सहरिया विकास के वरिष्ठ कार्यालय सहायक, सहरिया आश्रम छात्रावास के अधीक्षक और एकलव्य मॉडल रेजिडेंशियल स्कूल के शिक्षक को रिश्वत के मामले में गिरफ्तार किया है.

एसीबी कोटा की शाहबाद में बड़ी कार्रवाई

ये तीनों हॉस्टल के बिल पास करने की एवज में रिश्वत मांग रहे थे. पकड़े गए तीनों आरोपियों ने रिश्वत स्वयं और एडीएम सहरिया विकास शाहबाद डॉ. महेंद्र सिंह लोढ़ा के लिए लेना बताया है. पकड़े गए तीनों आरोपी सरकारी कार्मिक हैं, जिनमें दो शिक्षक और एक क्लर्क है. आरोपियों ने 25 हजार की रिश्वत 1 लाख 80 हजार रुपए के बिल पास करने की एवज में मांगी थी. इनमें से सत्यापन के दौरान 12 हजार और ट्रैप के दौरान 13 हजार रुपए की रिश्वत ली है.

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जानकारी के मुताबिक शाहबाद के हनोतिया में एकलव्य मॉडल रेजिडेंशियल स्कूल संचालित होता है, जिसके प्रिंसिपल पद पर इदरीश मंसूरी कार्यरत हैं. वहीं उनकी पत्नी मोबीन बेगम भी वार्डन हैं. दोनों ने कोटा एसीबी को शिकायत दी थी कि एकलव्य मॉडल रेजिडेंशियल स्कूल के आहरण और वितरण के अधिकार एडीएम सहरिया विकास महेंद्र सिंह लोढ़ा ने अपने पास ले लिए थे. वहीं अक्टूबर 2019 से जनवरी 2020 के बीच दो बिल, जो कि 70 हजार व 1 लाख 10 हजार रुपए के थे, पास नहीं किए. इनको पास करने की एवज में 25 हजार रुपए की रिश्वत मांगी जा रही है, जो कि एडीएम सहरिया विकास कार्यालय में वरिष्ठ कार्यालय सहायक आशीष शर्मा मांग रहे हैं.

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इस मामले में सत्यापन कराया गया, जिसमें आशीष शर्मा के साथ सहरिया आश्रम छात्रावास अधीक्षक अजय गर्ग ने रिश्वत की राशि लेने की सहमति जताई. ऐसे में 2 मार्च 2020 को सत्यापन के दौरान आरोपी आशीष कुमार शर्मा ने दलाल और एकलव्य मॉडल रेजिडेंशियल स्कूल के अधीक्षक अशोक कुमार शर्मा के जरिए 12 हजार रुपए ले लिए. लॉकडाउन हो जाने के चलते एसीबी की ट्रैप कार्रवाई नहीं हो पाई. अब जब लॉकडाउन खुल गया है तो एसीबी ने दोबारा इस मामले में कार्रवाई शुरू की. मामले में मंगलवार को आशीष कुमार शर्मा ने पैसा एकलव्य मॉडल रेजिडेंशियल स्कूल हनोतिया में अधीक्षक अशोक कुमार शर्मा को देने के लिए कहा. ऐसे में परिवादी ने 13 हजार रुपए दे दी. इसके बाद इशारा मिलते ही एसीबी की टीम ने रिश्वत के मामले में अशोक कुमार शर्मा को पकड़ लिया. साथ ही पैसे भी बरामद कर लिए हैं.

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वहीं, अन्य दो आरोपी आशीष कुमार शर्मा और अजय गर्ग को भी गिरफ्तार कर लिया. एसीबी कोटा की टीम ने निरीक्षक अजीत बागड़िया के नेतृत्व में इस कार्रवाई को अंजाम दिया है. इस टीम में सीआई दलबीर सिंह फौजदार, रमेश आर्य, कॉन्स्टेबल भरत सिंह, दिलीप सिंह, नरेंद्र सिंह, देवेंद्र सिंह, मनोज, हेमंत सिंह दिलीप कुमार, शक्ति सिंह और अब्दुल सत्तार शामिल हैं. एसीबी के एएसपी कोटा ठाकुर चंद्रशील कुमार ने बताया कि इस पूरे प्रकरण में अतिरिक्त जिला कलेक्टर सहरिया विकास डॉ. महेंद्र सिंह लोढ़ा की भूमिका भी संदिग्ध है. ऐसे में एसीबी रिश्वत राशि लिए जाने के मामले में उनकी कितनी संलिप्तता है, इसकी भी जांच में जुट गई है.

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