कोटा.कोटा एसीबी ग्रामीण की टीम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए झालावाड़ शिक्षा विभाग के बड़े अधिकारियों और कार्मिकों को रिश्वत के मामले में गिरफ्तार किया है. शिक्षा विभाग में ही झालावाड़ डीईओ ऑफिस में कार्यरत वरिष्ठ सहायक दीपक वर्मा ने कोटा में शादी की शॉपिंग करने के दौरान ही परिवादी से रिश्वत की राशि ली, जिसे एसीबी की टीम ने रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया.
झालावाड़ शिक्षा विभाग में रिश्वत के खेल का भंडाफोड़ इसके बाद एसीबी ने जिन अधिकारियों के लिए दीपक वर्मा ने रिश्वत ली थी उनसे बात करवाई. उन्होंने रिश्वत राशि को स्वीकार करने की बात कही. इसके बाद झालावाड़ के जिला शिक्षा अधिकारी और अतिरिक्त जिला परियोजना समन्वयक (एडीपीसी) रंगलाल मीणा को भी झालावाड़ से गिरफ्तार कर लिया गया. वहीं सहायक लेखा अधिकारी महेंद्र मीणा की तलाश शुरू कर दी है.
पढ़ें:जोधपुर के ग्राम विकास अधिकारी के साथ हुई 17 हजार की Online ठगी, मामला दर्ज
जानकारी के अनुसार परिवादी ईश्वर सिंह कालिका इंटरप्राइजेज नाम की फर्म चलाता है. उसने राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा परियोजना में गर्ल्स सीनियर सेकेंडरी स्कूल सलोतिया में 37 लाख रुपए से भवन निर्माण किया था. जिसके 22 लाख रुपए का भुगतान बकाया था. इसके लिए वह 6 महीने से चक्कर लगा रहे थे.
परिवादी ईश्वर सिंह से अधिकारियों ने दो फीसदी की एवज में 44 हजार रुपए की रिश्वत की मांग की. इसकी शिकायत ईश्वर सिंह ने 19 अक्टूबर 2020 को एसीबी को दी. एसीबी ने परिवाद पर रिश्वत मांग का सत्यापन करवाया. जिसमें 29 अक्टूबर को ही रिश्वत की मांग का सत्यापन हो गया. इसके बाद लगातार एसीबी ट्रैप के लिए जाल बिछा रहा था.
दीपक वर्मा की शादी 7 दिसंबर की है. ऐसे में उसने परिवादी ईश्वर सिंह को कोटा ही बुला लिया और न्यू क्लॉथ मार्केट में शादी की खरीदारी करते समय ही रिश्वत ले ली. उसके साथ उसके परिजन भी मौजूद थे. ऐसे में अचानक एसीबी की कार्रवाई से वह सकते में आ गए और हंगामा करने लगा.
एसीबी की टीम दीपक को लेकर नजदीक के नगर निगम के अग्निशमन अनुभाग कार्यालय में लेकर गई. जहां पर आगे की कार्रवाई की गई. साथ ही झालावाड़ से एडीपीसी रंगलाल मीणा को भी गिरफ्तार कर लिया है. वहीं एएओ महेंद्र मीणा की तलाश शुरू कर दी है. एडीपीसी रंगलाल मीणा के घर पर झालावाड़ एसीबी की टीम ने तलाशी शुरू कर दी.