कोटा. देश की सबसे बड़ी इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा जेईई मेन के चतुर्थ व अंतिम चरण का आयोजन 26 अगस्त से है. प्रवेश परीक्षा के नियमानुसार चारों चरणों में विद्यार्थी के बेस्ट परफॉर्मेंस के आधार पर जेईई मेन की मेरिट सूची घोषित की जाएगी.
इस मेरिट सूची के आधार पर लगभग डेढ़ लाख विद्यार्थी जेईई एडवांस्ड के लिए पात्र घोषित किए जाएंगे. इसी मेरिट सूची के आधार पर देश के प्रतिष्ठित इंजीनियरिंग संस्थानों एनआईटी, ट्रिपल-आईटी, सेंट्रल फंडेड टेक्निकल इंस्टिट्यूट की इंजीनियरिंग यूजी, डुएल डिग्री व इंटीग्रेटेड पीजी सीटों पर प्रवेश दिया जाएगा. ऐसे में विद्यार्थियों के लिए यह चतुर्थ व अंतिम चरण अत्यंत महत्वपूर्ण है.
कोटा एजुकेशन एक्सपर्ट देव शर्मा ने बताया कि ऐसे महत्वपूर्ण मौकों पर अपने अच्छा प्रदर्शन को लेकर विद्यार्थी अनावश्यक दबाव व तनाव लेते हैं. ऐसे में नॉलेज होने के बावजूद कई गलतियां कर अपनी परफॉर्मेंस खराब कर लेते हैं. इस समय किसी भी तरह के पूर्वाग्रह नहीं हो. प्रश्न-पत्र में किस विषय के प्रश्न कठिन होंगे, किस विषय के प्रश्न आसान होंगे? अंतिम चरण है, तो क्या एनटीए ने प्रश्नपत्र जानबूझकर 'टफ' बनाया गया होगा? इस वर्ष कट ऑफ बढ़ेगी या घटेगी? इस तरह के तमाम प्रश्न या तो विद्यार्थी भूलवश स्वयं सोचने लगता है या फिर सोशल मीडिया पर चल रही तमाम तरह की चर्चा इस प्रकार सोचने के लिए मजबूर कर देती है.
यह समय सकारात्मकता के साथ गहराई से यह सोचने का है कि जो होगा, अच्छा ही होगा. यह समय स्वयं पर भरोसा रखने का है. विद्यार्थियों को वर्तमान समय में सालभर की गई तैयारी पर ही भरोसा व विश्वास रखना है. यह प्रतियोगी परीक्षाएं हैं, प्रश्न पत्र सभी के लिए कठिन होगा और अगर आसान होता है तो सभी के लिए भी आसान होगा. विद्यार्थियों से आग्रह है कि अंतिम समय में कुछ भी नया करने का नहीं सोचें. विषय विशेषज्ञों के मार्गदर्शन में जिस स्ट्रेटजी पर आप काम करते आए हैं.