कोटा.शहर में पिछले दो दिनों में कोरोना संक्रमण के कुल पांच सौ नए मरीज सामने आए हैं. जिसको लेकर मेडिकल कॉलेज के प्रबंधक ने अहम मीटिंग ले कर अस्पताल में इनडोर और आउटडोर सामान्य सेवाएं चलवाई जा रही हैं, इसको लेकर तुरन्त प्रभाव से बंद कर एमबीएस अस्पताल में शिफ्ट करने का निर्णय लिया गया. वहीं मेडिकल कॉलेज अस्पताल और एसएसबी सेंटर कोविड वार्ड बनाया गया है.
बता दें कि प्रदेश में कोरोना का ग्राफ प्रचंड स्तर पर बढ़ रहा है. ऐसे में बढ़ते संक्रमण के चलते सरकार के कड़े निर्देश जारी हो गए. कोटा शहर में संक्रमण को लेकर मेडिकल कॉलेज की चार घंटे की महत्वपूर्ण बेठक चली. वहीं कोविड के चलते आइसोलेशन मरीजों के लिए रिज़र्व रखा गया है. इसके साथ ही मेडिकल कॉलेज अस्पताल में चल रही सभी सामान्य सेवाओं को बंद किया कर दिया गया है और भर्ती मरीजों को एमबीएस अस्पताल में शिफ्ट किया जा रहा है.
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वहीं मेडिकल कॉलेज प्रिंसिपल डा. विजय सरदाना ने बताया कि जिस प्रकार से कोरोना की दूसरी लहर तेजी से बढ़ रही है और मेडिकल कॉलेज अस्पताल के कोविड-19 वार्ड की संख्या घटती जा रही है. इसको देखते हुए मेडिकल कॉलेज में संचालित इंदौर और आउटडोर सामान्य सेवाओं को बंद किया जाएगा और पूरे अस्पताल को कोविड-डेडिकेटेट हॉस्पिटल होगा. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि शिफ्टिंग शिफ्टिंग की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. अगले 5 दिनों में सभी मरीजों को एमबीएस अस्पताल में और जेके लोन अस्पताल में शिफ्ट कर दिया जाएगा. इसके अलावा डॉक्टर सरदाना ने कहा कि अगर कैसे कम होते हैं तो उच्च अधिकारियों से बातचीत कर आगे और निर्णय ले लिए जाएंगे.
इमरजेंसी कोविड वापस होगी जिरियाट्रिक वार्ड
मेडिकल कॉलेज प्रिंसिपल डॉक्टर विजय सरदाना ने कहा कि कोविड- इमरजेंसी अभी मेडिकल कॉलेज अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में संचालित है. अब इसको भी वापस जिरियाट्रिक वार्ड में शिफ्ट किया जाएगा.
कोविड जांच का समय 6 घंटे से बढ़ाकर 12 घंटे
प्रिंसिपल डॉक्टर विजय सरदाना ने कहा कि मेडिकल कॉलेज से संचालित हो रहे जांच केंद्रों समय अभी 6 घंटे चल रहा था, जिसको बढ़ाकर 12 घंटे करने का निर्णय लिया गया है, ताकि शहर में ज्यादा से ज्यादा जांचें हो सके.