इटावा (कोटा) जीवन अपने आप में एक धारा है. इसकी राह रोकना किसी भी 'धारा' के बस की बात नहीं. जिले में खातोली के धनवा गांव में इसका उदाहरण भी देखने को मिला. जहां प्रसव पीड़ा से कराहती पूजा के सामने यह संकट था कि गांव का रास्ता पानी की तेज धारा ने रोक रखा था. गांव से बाहर जाना मुमकिन नहीं था.
खातोली थाना इलाके में कैथूदा ग्राम पंचायत के धनवा गांव की राह पानी के तेज बहाव ने रोक ली थी. लगातार बारिश होने से रास्ते ही नहीं बल्कि खेत भी पानी से लबालब थे. धनवा गांव के रास्ते पर चार से पांच फीट तक पानी बह रहा था. इस गांव से निकलना बिल्कुल असंभव था.
इस दौरान धनवा गांव की एक प्रसूता पूजा बैरवा को प्रसव पीड़ा शुरू हो गई. प्रसव पीड़ा से कराहती पूजा को देख गांव वालों से रहा नहीं गया. उन्होंने प्रशासन को इस इमरजेंसी की सूचना दी. सवाल दो जिंदगियों का था लिहाजा सूचना मिलते ही इटावा एसडीएम रामअवतार बरनाला और खातोली थानाधिकारी रामेश्वर मीणा तुरंत सक्रिय हो गए.
करीब 3 घंटे की अथक कोशिशों के बाद बागली गांव से एक नाव का इंतजाम हुआ. प्रसूता पूजा को नाव में बिठाकर खेतों के रास्ते से रेस्क्यू किया गया. इसके बाद पूजा को 108 एम्बुलेंस की मदद से खातोली अस्पताल में भर्ती कराया जा सका.