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कोटा: शहर के 20 हजार बच्चों को IAS नवीन जैन ने पढ़ाया 'गुड टच और बैड टच' का पाठ - स्पर्श कार्यक्रम

कोटा शहर के 52 स्कूलों में शनिवार को 'स्पर्श कार्यक्रम' आयोजित किया गया. इसके तहत सरकारी और निजी विद्यालयों के 20 हजार बच्चों को 'गुड टच और बैड टच' के बारे में जानकारी दी गई. बच्चों को इसके प्रति जागरुक करने का ये पहल अब 1 लाख के आंकड़े तक पहुंचा गया है. इसी खुशी में टीम के सभी सदस्यों ने केक काटकर सेलिब्रेट किया.

कोटा की खबर, good touch and bad touch awareness

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Published : Nov 16, 2019, 7:06 PM IST

कोटा.शनिवर को कोटा पहुंचे आईएएस नवीन जैन ने स्कूली बच्चों को 'गुड टच और बैड टच' के बारे में बताया. मीडिया से बातचीत के दौरान आईएएस नवीन जैन ने कार्यक्रम के बारे में बताते हुए कहा कि शहर के 52 स्कूलों में शनिवार को 'स्पर्श' कार्यक्रम' आयोजित किया गया, जिसमें 45 मिनट के 104 सेशन आयोजित हुए.

आईएएस ने बच्चों को पढ़ाया गुड टच एंड बैड टच का पाठ

कार्यक्रम के जरिए सरकारी और निजी विद्यालयों के 20 हजार बच्चों को 'गुड टच और बैड टच' के बारे में जानकारी दी गई. उन्होंने कहा कि इस मुहिम को पूरे राजस्थान में चलाया जाना चाहिए. जैन ने बताया कि इस काम के लिए किसी तरह की कोई ऑर्गेनाइजेशन नहीं बनाई गई है. केवल 'स्पर्श' नाम से इसे संचालित किया जा रहा है. इसमें सरकारी कार्मिक, रिटायर कर्मचारी, कंसलटेंट, निजी कर्मचारी और एनजीओ के कार्मिक और स्टूडेन्ट शामिल हैं, जिन्हें फेसबुक या व्हाट्सएप के जरिए मैसेज कर बुलाया जाता है.

एक दिन पहले उन्हें ट्रेनिंग दी जाती है. इसके साथ ही दूसरे दिन वह 45 मिनट के सेशन में बच्चों को इस तरह की ट्रेनिंग देते हैं. इस काम में उनके साथ कई वालंटियर उनका सहयोग कर रहे हैं. ये वालंटियर हर शनिवार को स्कूलों में जाकर छोटे बच्चों को जागरुक करते हैं.

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खासबात ये कि यह टीम अब तक राजस्थान के कई जिलों जैसे बारां, श्रीगंगानगर, अजमेर, अलवर, हनुमानगढ़, जयपुर और कोटा में एक लाख बच्चों को जागरुक कर चुकी है. बता दें कि मौजूदा वक्त में आईएएस नवीन जैन राजस्थान में कौशल एवं श्रम आयुक्त हैं और समाज सेवा के कार्य से जुड़े हुए हैं. वह इस 'स्पर्श' अभियान को पिछले अगस्त माह से ही संचालित कर रहे हैं. उनका मानना है कि अगर 'गुड टच और बैड टच' की जानकारी बच्चों को हो, तो पहले ही उसे वह इसे समझ जाएंगे. इससे आगे जाकर दुष्कर्म और यौन दुराचार की घटनाओं को रोकने में मदद मिलेगी.

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