कोटा. शहर के रामपुर थाना क्षेत्र में पत्नी की कुल्हाड़ी से हत्या करने के दिलदहला देने वाली वारदात में घायल बच्चे ने भी बुधवार को इलाज के दौरान दम तोड़ दिया. मामले में जो जानकारी सामने आई है, वो पुलिस की कार्यशैली पर प्रश्न चिन्ह लगाती है. इस पूरे घटनाक्रम की जानकारी स्थानीय पुलिस को समय रहते दे दी गई थी, लेकिन घटनास्थल पर पहुंची पुलिस टीम ने जख्मी आठ महीने के मासूम की कोई सुधि नहीं ली. अंत में पुलिसिया लापरवाही का खामियाजा मासूम अविनाश को अपनी जान देकर उठाना पड़ा.
पुलिस की कारस्तानी की परिजनों ने जो हकीकत बयां की है, वो बेहद ही शर्मशार करने वाली है. परिजनों का कहना है कि घटना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची थी, लेकिन उसने मासूम अविनाश की जानकारी नहीं ली. ऐसे में वह करीब 2 घंटे तक घायल अवस्था में तड़पता रहा. बाद में परिजनों ने ही उसे अस्पताल में भर्ती कराया. अगर समय रहते पुलिस अविनाश की खैर-खबर लेती और समय से अस्पताल में भर्ती कराती, तो वह बच जाता.
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बताते चलें कि शहर के रामपुर थाना क्षेत्र में मंगलवार को बेरहम पति ने पत्नी की कुल्हाड़ी से वार कर हत्या कर दी थी. जब इतनी निर्दयता के बाद भी उसका मन नहीं भरा तो वह शव को घसीटता हुआ घर से बाहर ले आया था. मामले में हत्यारे सुनील उर्फ पिंटू ने अपने आठ महीने के बच्चे कालू उर्फ अविनाश पर भी हमला किया था और वह बुरी तरह से जख्मी हो गया था. मौके पर पहुंचने के बाद बावजूद पुलिस के संज्ञान नहीं लेने पर परिजनों ने अविनाश को देर रात एमबीएस अस्पताल में भर्ती करवाया था, जहां से उसे जेकेलोन अस्पताल रेफर कर दिया. बुधवार की सुबह उपचार के दौरान अविनाश की मौत हो गई.