कोटा. राज्य सरकार द्वारा कॉक्लियर इम्प्लांट के निःशुल्क ऑपरेशन से मूक बधिर बच्चों के परिजनों की खुशियों का ठिकाना नहीं रहा है. जन्म से मूक बधिर बच्चे अब ऑपरेशन के बाद बोल और सुन सकेंगे. कॉक्लियर इम्प्लांट ऑपरेशन में करीब 8 से 8.50 लाख रुपए के खर्च के कारण गरीब परिजनों के लिए यह असंभव था, लेकिन राज्य सरकार द्वारा नि:शुल्क होने के कारण गरीब बच्चों को नई जिंदगी मिली है.
कोटा : कॉक्लियर इम्प्लांट ऑपरेशन से तीन बच्चों के परिजनों में खुशी...मंत्री शांति धारीवाल से मुलाकात कर जताया आभार - नि:शुल्क ऑपरेशन
राज्य सरकार द्वारा कॉक्लियर इम्प्लांट के निःशुल्क ऑपरेशन से मूक बधिर बच्चों के परिजनों में खुशी है. कॉक्लियर इम्प्लांट हुए तीन बच्चों के परिजनों ने मंत्री शांति धारीवाल से मिलकर आभार प्रकट किया.
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कॉक्लियर इम्प्लांट ऑपरेटेड तीन बच्चों के परिजन चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा का आभार प्रकट करते हुए सोमवार को स्वायत शासन एवं संसदीय कार्य मंत्री शांति धारीवाल के आवास पर पहुंचे. इस दौरान धारीवाल ने बच्चों को उपहार भेंट कर कहा कि अब उनका समाज की मुख्यधारा में जुड़ने का समय आ गया है. बच्चों के परिजनों ने धारीवाल का आभार प्रकट करते हुए कहा कि राज्य सरकार और आपके सहयोग के कारण यह ऑपरेशन हो सका है.
एमबीएस अस्पताल के डॉक्टर एमके त्रिपाठी ने बताया की अब तक जिले में कॉक्लियर इम्प्लांट के 20 ऑपरेशन तथा सीए एचडी के 30 ऑपरेशन किए जा चुके हैं. धारीवाल से मिलने पहुंचे तीन बच्चों जयंत, सुदर्शन और अमन को टीमों द्वारा आंगनबाड़ी केंद्रों पर चिन्हित किया गया था. जिसके बाद जिला स्तर पर कार्यरत डीआईसी स्टाफ ने इनकी समस्त जांचे नि:शुल्क करवाई और राज्य स्तर से स्वीकृति प्राप्त होने के बाद कोटा के एमबीएस अस्पताल में सफल ऑपरेशन किए गए.