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हनुमान बेनीवाल NDA छोड़ रहे हैं या भाजपा उनका साथ छोड़ रही...यह बातें पहले क्लियर करें: गोविंद सिंह डोटासरा - कोटा न्यूज

हनुमान बेनीवाल ने शनिवार को एनडीए से अलग होने का एलान कर दिया. जिसके बाद कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा तंज कसते हुए कहा कि कुछ दिन पहले भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा था कि हनुमान बेनीवाल के साथ गठबंधन नहीं रखेंगे. अब हनुमान बेनीवाल एनडीए का साथ छोड़ने की घोषणा कर रहे हैं. भाजपा और हनुमान बेनीवाल दोनों को यह क्लियर करना चाहिए कि कौन किसका साथ छोड़ रहा है.

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गोविंद सिंह डोटासरा

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Published : Dec 26, 2020, 10:11 PM IST

कोटा. हाड़ौती संभाग के संवाद कार्यक्रम में भाग लेने आए पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा ने मीडिया से बातचीत की. इस दौरान जब पत्रकारों ने उनसे हनुमान बेनीवाल के एनडीए छोड़ने को लेकर सवाल किया तो उन्होंने कहा कि कुछ दिन पहले भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा था कि हनुमान बेनीवाल के साथ गठबंधन नहीं रखेंगे. अब हनुमान बेनीवाल एनडीए का साथ छोड़ने की घोषणा कर रहे हैं. भाजपा और हनुमान बेनीवाल दोनों को क्लियर करना चाहिए कि कौन, किसके साथ नाता तोड़ रहा है या यह दोनों ही पार्टियों का फैसला है. इस पर मुझे और ज्यादा भी कुछ नहीं कहना है.

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पीसीसी और सीएमओ लेंगे मंत्रियों का रिपोर्ट कार्ड

डोटासरा ने कहा कि संगठन और सत्ता दोनों साथ चलेंगे, जो सरकार की महत्वपूर्ण योजनाएं और उपलब्धियां मंत्रियों की होंगी व प्रदेश कांग्रेस कमेटी को सौंपेंगे. प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पदाधिकारी और मंत्री की मीटिंग रखी जाएगी. साथ ही इस पूरे रिपोर्ट कार्ड को वापस पीसीसी और सीएमओ को दिया जाएगा. जो नेताओं के कामकाज हैं उस पर भी जनप्रतिनिधि साथ में बैठकर चिंतन करेंगे. यह काम किस स्तर पर होंगे, यह भी चिंतन संगठन करेगा.

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एज ऑफ डूइंग रिफॉर्म करने के बाद केंद्र सरकार ने राजस्थान की उधार लेने की क्षमता 2713 करोड़ बढ़ा देने के सवाल पर उन्होंने कहा कि केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने जो कोविड-19 के बाद पैकेज की घोषणा की थी. उसमें भी एक फूटी कौड़ी राजस्थान को अभी तक नहीं मिली है. अब इज ऑफ डूइंग बिजनेस रिफॉर्म में उधार लेने की क्षमता बढ़ाने की बात कर रहे हैं. उसमें कितना पैसा मिलता है, यह कोई नहीं बता सकता. मोदी सरकार कागजों में झूठे वादे करने में माहिर है. प्रधानमंत्री खुद अच्छी-अच्छी ड्रेस पहन कर आते हैं और झूठ बोलते हैं.

दो करोड़ लोगों को रोजगार और किसान की आमदनी दुगना करने की बात वह करते थे, जबकि यूपीएस गवर्नमेंट के समय केंद्रीय योजनाओं में 90 फीसदी केंद्र सरकार देती थी और 10 फीसदी राज्य को देनी होती थी. अब यह राशि बढ़ाकर 40 फ़ीसदी कर दी गई है. राजस्थान में से 25 सांसद मोदी सरकार को चुनकर भेजे हैं, लेकिन एक भी फूटी कौड़ी नहीं मिली. केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र शेखावत भी घर-घर जल पहुंचाने की योजना में 50 फ़ीसदी अनुदान पहले देने की बात करते हैं.

कोचिंग खोलने को लेकर क्या बोले डोटासरा

शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा से जब पूछा कि कोटा के कोचिंग संस्थानों को कब खोला जाएगा. इस पर उन्होंने कहा कि हम केंद्र सरकार की एसओपी से बंधे हुए हैं. दो से चार दिन पहले केंद्र की स्कूल और कॉलेज खोलने के मामले में कोई एसओपी जारी हुई है. उसके बारे में हम अध्ययन कर रहे हैं. पत्रावली हमने भी चलाई है, इसमें संबंधित शिक्षा विभाग गृह विभाग और स्वास्थ्य विभाग भी है. क्योंकि कोविड-19 से हमें सभी लोगों को बचाना है. हालांकि हम जल्द ही आशा कर सकते हैं स्कूल, कॉलेज और कोचिंग खोलेंगे, लेकिन अकेले शिक्षा विभाग का मामला नहीं है. मुख्यमंत्री और मंत्री स्तर पर विशेष चर्चा के बाद ही निर्णय होगा.

पहले से तय किसानों से बात करते हैं पीएम, बॉर्डर पर बैठे किसानों से जाकर बात करें

किसानों के मुद्दे पर बोलते हुए गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि प्रधानमंत्री पहले से बताए हुए किसानों के साथ ही संवाद करते हैं. प्रधानमंत्री मोदी को अगर किसानों से बात करनी है तो जो बॉर्डर पर 35 दिनों से किसान बैठे हैं, उनसे जाकर बातचीत करनी चाहिए. साथ ही प्रधानमंत्री मोदी एक अदरक बेचने वाले किसान से बातचीत कल कर रहे थे. जिसमें एैसी हरकत उन्होंने की है, जो एक पीएम को शोभा नहीं देती है.

डोटासरा ने कहा कि पीएम मोदी से पूछा गया जमीन अदरक बेचने के बाद कोई ले तो नहीं गया. यह अच्छा नहीं था. जबकि उनके मित्र अडानी व अंबानी 4 साल से गोदाम बना रहे हैं. एफसीआई की मदद के लिए बना रहे हैं. जबकि एफसीआई ने किसी तरह की कोई मदद नहीं मांगी है. साथ ही यह भी नहीं बताते हैं कि तीन कृषि कानून बनाने के लिए किन लोगों ने मांग की है.

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